ग्वालियर। नगर निगम में महापौर पद पर लगभग कांग्रेस की प्रत्याशी शोभा सिकरवार की जीत सुनिश्चित हो गई है। वे पिछले 32 राउंड में लगातार लीड लेती रहीं। खबर लिखे जाने तक शोभा सिकरवार अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी श्रीमती सुमन शर्मा से करीब 28 हजार मतों से आगे थी। जबकि आप उम्मीदवार श्रीमती रुचिराय गुप्ता तीसरे नंबर पर रहीं।
हालांकि जीत की अधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन शोभा सिकरवार की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। क्योंकि अब काउंटिंग के दो राउंड ही बचे हैं। शोभा सिकरवार ने इस जीत के साथ ही नगर निगम ग्वालियर के इतिहास में पिछले 57 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। जहां पर अक्सर बीजेपी के प्रत्याशी ही चुनाव जीतते रहे हैं।
शोभा सिकरवार की जीत के कई अन्य मायने भी हैं। यहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा पूर्व मंत्री जयभान पवैया की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। ग्वालियर महापौर पद के लिए भाजपा के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी, लेकिन कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने एक परिवार और पूरी सरकार के नारे को इस चुनाव में पूरी तरह से भुनाया। उन्होंने इस फार्मूले पर चुनाव लड़कर भाजपा को करारी शिकस्त दी और इतिहास रच दिया।
ग्वालियर में महापौर पद के लिए शुरुआत में मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच था। लेकिन आज जब परिणाम सामने आया, तो मामला सीधा भाजपा और कांग्रेस के बीच दिखाई दिया। खास बात ये रही कि कांग्रेस की शोभा सिकरवार ने पहले ही राउंड से जो बढ़त लेना शुरू की तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। जैसे जैसे राउंड आगे बढ़े। कांग्रेस की शोभा सिकरवार का भाजपा की सुमन शर्मा से जीत का अंतर बढ़ता रहा। अभी तक जो परिणाम समाने आये हैं, उसके हिसाब से करीब 28 हजार वोट से ज्यादा उनकी लीड हो चुकी है। मतगणना स्थल पर पहुंची शोभा सिकरवार ने इसे ग्वालियर की जनता की जीत बताया है, उन्होंने जनता और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता ने मुझपर जो भरोसा जताया है, उसपर खरी उतरूँगी।