मुरैना। मुरैना कांग्रेस विधायक राकेश मावई के सबसे खासमखास तथा रिश्ते में उनके साले माने वाले जितेन्द्र घुरैया ने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। जितेन्द्र घुरेया विधायक मावई के कार्यालयीन सचिव भी थे। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के पैर छूकर व उनके हाथ से भाजपा का प्रतीक चिन्ह पहनकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसी के साथ आधा सैकड़ा से अधिक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इनका मंच से नाम पुकारते हुए घोषणा की गई थी
बता दें, कि कांग्रेस के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को अब भाजपा में अपना भविष्य दिखाई देने लगा है। जितेन्द्र घुरेया शुरुआत से ही कांग्रेस से जुड़े थे। विधायक राकेश मावई के रिश्ते में साले कहे जाने वाले घुरैया उनके कार्यालयीन सचिव थे। उनके कार्यालय की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी। जितेन्द्र घुरेया के पार्टी बदलने के साथ ही अब आने वाले समय में एक और बड़े कांग्रेसी नेता के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों की माने तो विधायक स्तर के यह नेता वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले-पहले कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। इसी के साथ अब कांग्रेस की अंदरूनी फूट व गुटबाजी सामने आने लगी है जो पार्टी के लिए हानिकारक सिद्ध हो रही है।
जितेन्द्र घुरैया के साथ-साथ लगभग आधा सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। ये वह कार्यकर्ता हैं जो लंबे समय से पार्टी के बड़े नेताओं की उपेक्षा का शिकार हो रहे थे। ये नेता अन्दर ही अन्दर घुट रहे थे और भाजपा से बुलावे का इंतजार कर रहे थे। नगरीय निकाय के चुनाव के दौरान उन्हें भाजपा ने पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया तो वे तुरंत कांग्रेस छोड़ भाजपा में चले गए।