भोपाल। चुनावी साल में मप्र कांग्रेस को रविवार को एक झटका लगा। दिग्विजय सिंह की करीबी मानी जाने वाली कांग्रेस नेत्री मोना सुस्तानी ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा कार्यालय में जेपी नड्डा की मौजूदगी में सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और हितानंद शर्मा भी मौजूद थे। इसके साथ-साथ भाजपा से निष्काषित प्रीतम लोधी की भी पार्टी में वापसी हो गई। इसके अलावा ऊषा चौधरी बसपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं। उपचुनाव में रैगांव से बसपा उम्मीदवार थीं ऊषा।
उल्लेखनीय है कि मोना सुस्तानी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकले काफी समय से चल रही थी। मोना सुस्तानी को कांग्रेस पार्टी द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय उम्मीदवार बनाया था। उनका सामना भाजपा के तत्कालीन सांसद रोडमल नागर से हुआ था। हालांकि इस चुनाव में मोना सुस्तानी को करारी हार का सामना करना प़डा था व अब तक के इतिहास में सबसे अधिक 4 लाख 28 हजार से अधिक वोटों से हारी थी। इसके पहले वह कांग्रेस की कार्यकारी जिलाध्यक्ष रही है। वह दो बार जिला पंचायत सदस्य व एक बार जनपद सदस्य भी रही हैं। उनके पति ललित सुस्तानी राजगढ़ के जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके ससुर गुलाबसिंह सुस्तानी राजगढ से दो बार विधायक व दिग्विजयसिंह सरकार में एमपी एग्रो के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
हाल ही में जिस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजगढ़ जिले से सटे आगर जिले से होकर गुजरी, उस समय जिले के सारे नेता राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में लगे थे, लेकिन मोना सुस्तानी उस पूरे समय में उक्त आयोजनों से दूर थी व जिले से बाहर थी। इसके अलावा वह कुछ समय पहले ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली जाकर भी मिली थी। हालांकि इसके पीछे उन्होंने निजी कार्य बताया था। इसके अलावा वह काफी समय से कांग्रेस के पार्टीगत कार्यक्रमों से दूर थी। वह आयोजनों, धरना-प्रदर्शनों मे भी भाग नहीं ले रही थी। इसी बीच रविवार को उन्होंने भाजपाध्यक्ष जेपी नडडा के समक्ष भोपाल में भाजपा की सदस्यता ले ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री नरोत्तम मिश्रा मौजूद थे।