भोपाल| भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में नियुक्तियों को लेकर इंतजार अब खत्म होता दिख रहा है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा नए पदाधिकारियों की सूची लेकर दिल्ली गए थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष मंगलवार सुबह भोपाल वापस आ गए हैं। ऐसे संकेत हैं कि वे जल्द ही नई टीम की घोषणा कर देंगे। प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा में देरी की वजह सिंधिया समर्थकों को लेकर सहमति नहीं बन पाना था।
दरअसल, सिंधिया समर्थक इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया (एदल सिंह कंषाना भी ) के चुनाव हारने के कारण समीकरण गड़बड़ा गए थे। ऐसे में अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व पर छोड़ा गया था। प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली रवाना होने से पहले भोपाल में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ बंद कमरे में चर्चा की थी।
इस दौरान सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रदेश स्तर पर नई टीम को लेकर मंथन किया था। इससे पहले वीडी शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी सीएम हाउस में बैठक की थी। लिहाजा, कयास लगाए जा रहे हैं कि नई प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर प्रदेश स्तर पर मंथन पूरा हो चुका है। अब दिल्ली की मुहर के बाद सूची जारी हो जाएगी। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली में सोमवार को दिल्ली में कहा था कि जल्दी ही प्रदेश कार्यकारिणी घोषित हो जाएगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष की टीम में 10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री रहेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया, उषा ठाकुर और बृजेंद्र प्रताप सिंह को संगठन से बाहर करने पर सहमति बन गई है। दरअसल, तीनों नेता शिवराज सरकार में मंत्री हैं। अब संगठन में इनकी जगह तीन नए लोगों को जगह दी जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि संगठन में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर संगठन में नियुक्ति पर ज्यादा फोकस किया गया है। इसके मद्देनजर सिंधिया के समर्थकों को कार्यसमिति में कम ही जगह मिलेगी, उन्हें मोर्चों में एडजस्ट किया जाएगा।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में पांच साल से बदलाव नहीं हुआ है। सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने नई टीम बनाई थी, लेकिन इसके बाद से अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन नहीं हो पाया है। चौहान के बाद सांसद राकेश सिंह को प्रदेश संगठन की कमान मिली थी, लेकिन वे भी टीम नहीं बना पाए थे। सिंह के बाद इसी साल फरवरी में सांसद वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन वे भी अभी तक कार्यकारिणी घाेषित नहीं कर पाए। हालांकि उपचुनाव के बीच शर्मा ने अपनी टीम में पांच महामंत्री भगवान दास सबनानी, रणवीर सिंह रावत, हरिशंकर खटीक,शरतेंद्रु तिवारी, कविता पाटीदार को शामिल कर लिया, लेकिन शेष कार्यकारिणी घोषित होने का इंतजार अभी भी है।
इधर, शिवराज कैबिनेट के विस्तार में हो रही देरी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उपचुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आ चुके हैं। बावजूद इसके अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया है। उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले सिंधिया खेमे के नेता तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत मंत्री पद की शपथ लेने का इंतजार रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान होने के बाद कैबिनेट विस्तार का रास्ता भी साफ हो जाएगा| .
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