इंदौर। मानव शरीर में एक स्वस्थ किडनी, स्वस्थ शरीर का प्रतीक मानी जाती है। किडनी रक्तदाब, हार्मोन, नमक और पानी के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है और यूरीन उत्पादन में सहायक होती है।
अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते, अधिक नमक और चीनी का सेवन करते हैं, लंबे समय तक पेशाब रोकते हैं, अधिक शराब पीते हैं, ज्यादा नॉनवेज प्रोटीन खाते हैं, या अत्यधिक कॉफी पीते हैं, तो यह किडनी से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकता है।
इन गलत आदतों की वजह से क्रॉनिक किडनी फेलियर, एक्यूट किडनी इंजरी, किडनी डैमेज, किडनी स्टोन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। दुनिया भर में लगभग 40 मिलियन लोग किडनी रोगों से प्रभावित हैं।
लेकिन दुख की बात यह है कि इनमें से अधिकांश लोगों को इसका पता ही नहीं चलता। किडनी अपनी बीमारियों के संकेत धीरे-धीरे देती है, और बीमारी के गंभीर हो जाने पर यह संकेत दिखाई देते हैं, जिससे इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है।
किडनी डैमेज के संकेत पहचानें
थकान: किडनी फेल होने से रक्त में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे थकावट का अनुभव होता है।
एनीमिया: किडनी फेल होने पर एरीथ्रोप्याइटिन हार्मोन की कमी हो सकती है, जो रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। इससे एनीमिया की संभावना बढ़ती है।
सोने में दिक्कत: जब किडनी रक्त को सही से फिल्टर नहीं कर पाती, तो टॉक्सिन जमा हो जाते हैं, जिससे नींद में समस्या हो सकती है।
सूखी त्वचा: टॉक्सिन के बढ़ने से यूरिमिक प्यूराइटिस की स्थिति बनती है, जिससे त्वचा में खुजली और सूखापन हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना: किडनी रोग का एक मुख्य संकेत यह है कि पेशाब करने की दर में बदलाव आता है, और बार-बार टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होती है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स
– रक्तदाब को प्राकृतिक तरीके से नियंत्रित करें।
– नॉनवेज प्रोटीन का सेवन कम करें।
– अधिक अल्कलाइन फूड्स का सेवन करें।
– पर्याप्त नींद लें।
– डाइयूरेटिक फूड्स और ड्रिंक्स का सेवन बढ़ाएं।