मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते एमपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 26 अप्रैल को फैसला होगा। इसे लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने सोमवार दोपहर बाद अफसरों की बैठक बुलाई है। परमार ने कहा, प्रदेश में संक्रमण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में परीक्षाएं करवाकर बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते।
स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया, सरकार ने 12वीं की परीक्षाएं जून माह में कराने की तैयारी की है। यह परीक्षा ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन? इसे लेकर सोमवार को अंतिम फैसला हो सकता है। परीक्षा ऑफलाइन ही होने के संकेत मिल रहे हैं। इसी तरह, 10वीं की परीक्षा ऑनलाइन हाेंगी या आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट घोषित होगा, इसे लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने पहले ही स्पष्ट किया था कि जनरल प्रमोशन किसी भी हाल में नहीं देंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 30 अप्रैल के बजाय जून के पहले सप्ताह से आयोजित करने का फैसला तो ले लिया है, लेकिन यह परीक्षाएं किस पद्धति से होंगी, अभी तक यह तय नहीं हो पाया है।
सूत्रों का कहना है, मंत्री परमार सीबीएसई की तर्ज पर 10वीं के लिए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट घोषित करने के पक्ष में है। इसे लेकर बैठक में निर्णय होगा। बता दें कि सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा को रद्द कर आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर मूल्यांकन करने के आदेश दिए हैं। पहले के परीक्षा कार्यक्रम में 30 अप्रैल से 10वीं और 1 मई से 12वीं की परीक्षा आयोजित होना थी, जिन्हें जून तक स्थगित कर दिया गया था।