छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में दुर्लभ प्रजाति का सैंड बोआ सांप मिला है, जिसे रेस्क्यू के बाद जंगल में छोड़ा गया। सैंड बोआ सांप की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ रुपये है। सर्पमित्र सिद्धार्थ सहारे को दुर्लभ प्रजाति के सांप के रेस्क्यू का कॉल आया, जिसके बाद वह 25 किमी दूर एक खेत में सांप का रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद दो मुहें सांप को पकड़ा और तत्काल फॉरेस्ट अधिकारियों को सूचना दी जिन्होंने सांप को जंगल में ले जाकर छोड़ दिया।
सर्पमित्र अमित संभारे के मुताबिक पांढुर्णा में मिला यह सांप दुर्लभ प्रजाति का है, जिसे सेंड बोआ सांप कहते है, अक्सर कुछ लोग इस सांप की तस्करी करते हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह सांप काफी मंहगा बिकता है। इस सांप की तस्करी करने वालों को सात साल की सजा का प्रावधान है, यह सांप काफी कीमती था, जिसके चलते फारेस्ट की टीम ने सांप को कब्जे में लेकर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया।
दो मुहां सांप का साइंटिफिक नेम सैंड बोआ है। ये एक दुर्लभ प्रजाति का सांप है और ये ज़हरीला नहीं होता। लोग इस सांप की तस्करी करते हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत 2 करोड़ रुपये तक हो सकती है। सैंड बोआ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत शेड्यूल पांच में आता है। इसकी तस्करी करते पकड़े जाने वाले शख्स को 35,000 रुपये जुर्माना लग सकता है और सात साल की जेल हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार इस सांप से कई तरह की दवाएं बनाई जाती हैं। ऐसी भी मान्यता है कि इस सांप से भाग्य बदल जाता है।