भोपाल। आज यानी 10 जून को साल का पहला सूर्यग्रहण लगने वाला है। यह एक पूर्ण सूर्यग्रहण रहेगा। हालांकि भारत में इसका आंशिक हिस्सा ही देखने को मिलेगा। भारत में यह सूर्यग्रहण अरुणाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के उत्तरी भाग में कुछ सेकेंड्स के लिए लगेगा जिसे देख पाना मुश्किल होगा। इसी कारण इस सूर्यग्रहण में सूतक को नहीं मान्य नहीं किया गया है। दरअसल अमावस्या के दिन जब सूर्य और पृथ्वी के बीच जब चंद्रमा प्रवेश करता है तो उसे सूर्यग्रहण कहा जाता है। इसका उल्लेख हिंदू धर्म के शास्त्रों में किया गया है। इसको लेकर कई तरह के नियमों का पालन किया जाता है। इस सूर्यग्रहण में आप भी इन बातों को ध्यान रखें नहीं तो आपको भी इसके प्रभाव से नुकसान उठाना पड़ सकता है। सूर्यग्रहण भारत में गुरुवार दोपहर 1.42 बजे से शुरू हो रहा है
ऐसा माना जाता है कि सूर्यग्रहण से समय केवल भगवान के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। वहीं सूर्यग्रहण से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी पत्र भी डालना चाहिए। इससे खान-पीने की वस्तुएं अपवित्र नहीं होती हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं को सूर्यग्रहण में बाहर न निकलने की सख्त सलाह दी जाती है। माना जाता है कि सूर्यग्रहण की छाया महिला के गर्भ पर नहीं पड़नी चाहिए। इसके साथ ही छोटे बच्चों को भी सूर्यग्रहण से बचाकर रखा जाता है। माना जाता है कि बच्चों को सूर्यग्रहण के समय बाहर नहीं छोड़ना चाहिए। सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान भी किया जाता है। साथ ही साफ-सुथरे कपड़े पहने जाते हैं। सूर्यग्रहण के समय मंदिरों के पट भी बंद कर दिए जाते हैं या फिर पर्दे डाल दिए जाते हैं।