भोपाल । एमपी में कोरोना संक्रमण एक बार फिर गहराने लगा है। बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 30 मरीज मिले हैं। इनमें इंदौर के 12 और भोपाल के 11 मरीज शामिल हैं। बड़वानी, नीमच और उज्जैन में दो-दो मरीज मिले हैं। बैतूल में एक मरीज मिला है। कुल 62,538 सैंपल की जांच में इतने मरीज मिले हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में सामने आई है। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में एक दिन में मिले मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या है। मरीज बढ़ने की एक वजह यह है कि हफ्ते भर पहले तक हर दिन 50 हजार से करीब सैंपलों की जांच की जा रही थी, अब 60 हजार सैंपल जांचे जा रहे हैं। हालांकि लक्ष्य रोजाना 70 हजार सैंपल जांचने का है।
नए मरीजों के साथ इंदौर में सक्रिय मरीजों की संख्या 91 और भोपाल में 63 हो गई है। 87 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। 30 नवंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना पाजिटिव आने वाले सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने को कहा था, जिससे इनसे दूसरों को संक्रमण का खतरा नहीं रहे। अब स्वास्थ्य संचालनालय ने इसमें कुछ ढील दी है। बिना लक्षण वाले मरीजों को उनके घर में ही आइसोलेशन में रखा जा रहा है। भोपाल में विदेश से आई तीन युवतियों के पाजिटिव आने के बाद उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार फिलहाल भोपाल में 26 और इंदौर में 32 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। भोपाल में पांच और इंदौर में एक मरीज आइसीयू में है।
भोपाल में छह और सात दिसंबर को यूके और कनाडा से आए दो लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल नेशनल सेंटर फार डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) दिल्ली भेजे गए थे, लेकिन अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है। इनकी अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गई है। इसके बाद विदेश से आने वाले चार और लोग पाजिटिव आए थे। उनकी रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है।