भोपाल: भोपाल में शुक्रवार, 30 अगस्त 2024 को यूथ कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाले, पेपर लीक, बेरोजगारी, महंगाई और अन्य मुद्दों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। वे रोशनपुरा चौराहे पर इकट्ठा हुए और सीएम हाउस का घेराव करने के लिए आगे बढ़े।
पुलिस ने पहले से ही बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने का इंतजाम किया था। जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड पर चढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसके प्रेशर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बैरिकेड से गिर गए और कुछ कार्यकर्ता भी घायल हो गए। इसके अलावा, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, ये सरकार मोहन यादव और बीजेपी की सरकार नहीं माफियाओं की सरकार है। आंदोलन में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह यादव आदि शामिल हुए।
हरदा से कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने कहा कि हमारी सभा हुई। इसके बाद हम शांतिपूर्ण तरीके से सीएम हाउस की ओर जा रहे थे। बेरिकेड से पहले ही रोक लिया गया। वाटर कैनन चलाया गया। आंसू गैस छोड़ी गई।
धक्का-मुक्की कर कार्यकर्ताओं को भगाया गया। ये दुर्भाग्य है। हम जनता की मांग लेकर जा रहे थे। सरकार को सुनना चाहिए। जनता की जायज मांगें हैं। किसानों को समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। युवा परेशान है। हम सरकार के सामने शांतिपूर्ण तरीके से बात रखना चाहते थे। भगदड़ में कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। सरकार को लोगों की समस्या का समाधान करना चाहिए।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल में 20 परीक्षाएं हुईं और 30,000 लोगों को अपॉइंटमेंट मिला, लेकिन उनमें से एक भी व्यक्ति को जॉइनिंग नहीं मिली।
इस आंदोलन के दौरान पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बसों में ले जाया। मितेंद्र दर्शन सिंह, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान वे 4.5 लाख पोस्टकार्ड सीएम को सौंपने जा रहे थे, जो युवाओं ने ‘क्या हुआ तेरा वादा’ अभियान के तहत लिखे थे।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वे अपने खून की आखिरी बूंद तक संविधान की रक्षा और युवाओं के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।