भोपाल। पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा 1975 में आज के ही दिन आपातकाल लागू किया गया था। इसको लेकर रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस और पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा। शर्मा ने कहा कि संजय गांधी के साथ मिलकर कमलनाथ ने लोकतंत्र का गला घोटने में भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि क्रूरता के काले इतिहास में मुगलों, अंग्रेजों के साथ कांग्रेस नाम का नाम लिखा जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दिन को भारत के इतिहास में कामले दिन के रूप में जाना जाता है। आज के दिन सभी काली पट्टी बांधकर विरोध दर्शा रहे है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के समय पत्रकार ने क्या लिखा है, उसे पहले चेक किया जाता था। यदि मन के मुताबिक नहीं लिखा तो उसे कलम को तोड़ दिया जाता था। वर्ष 1975 में आज के ही दिन सत्ता को अपने हाथ से फिसलता देख आपातकाल लगाया दिया था। शर्मा ने कहा कि मुझे यह बोलने में कोई संकोच नहीं है कि लोकतंत्र का गला घोंटने में इंदिरा गांधी-संजय गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका थी। मैं गंभीरता से कहना चाहूंगा कि संजय गांधी के साथ मिलकर कमलनाथ कमलनाथ ने लोकतंत्र का गला घोंटने में अपनी भूमिका निभाई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस और राहुल से पूछा सवाल
वीडी शर्मा ने कांग्रेस और राहुल गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी देश को दुनिया में बदनाम करने का चुक्र चला रहे है। आपके पुरखों ने जनता की आवाज उठाने वालों का गला क्यों घोंटा था। आपके दल की सरकार ने लोकतंत्र को क्यों कुचल दिया था। उन्होंने कहा कि 11 लाख लोगों को जेल में डालकर कांग्रेस किस तरह की जन सेवा में लगी थी।
BJP के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं के पार्टी छोड़ने पर कहा कि कारवां बढ़ रहा है। भाजपा लगातार विस्तार कर रही हैं। पार्टी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। देश के शीर्ष नेता मध्य प्रदेश आ रहे है। उन्होंने बिहार गठबंधन पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि आपातकाल में लोकतंत्र को पंगु बना दिया गया था। जो इसके खिलाफ लड़े। हमारी पार्टी ने भी सहभागिता की थी। आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में देश में आंदोलन चला, पूरे देश के साथ लोहिया, जयप्रकाश नारायण के तथाकथित शिष्य ने भी शपथ ली कि कांग्रेस को समाप्त करेंगे लेकिन दुभाग्य है कि आज सत्ता-लिस्पा के खेल, मृग तिष्णा में फिर उसी गांधी-नेहरू अत्याचारी, परिवारवादी, भ्रष्टाचारी, वंशवादी परिवार की चरणों में लेट रहे हैं। यह आज के दिन की सबसे बड़ी बिड़ंबना है कि जिन्होंने अपने छात्र जीवन में राजनीति की शुरूआत वंशवाद, भ्रष्टाचार, लोकतंत्र के हत्यारों को हटाने के लिए की, आज सत्ता की लिप्सा उन्हें पटना तक ले गई। आज पटना की उसी पवित्र धरती पर उसी परिवार के आगे नतमस्तक होकर देश के अंदर भ्रम पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। चुघ ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके हाथ 15 हजार सीखों के कत्ल से रंगे हो। उनके गले में टायर जलाकर डाल दिए गए थे, वो आज प्रेम की बात कर रहे है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और केंद्र की कांग्रेस पार्टी के नेताओं को उनका कमलनाथ को लेकर स्टैंड बताना चाहिए।