ग्वालियर। जिलेभर में वैक्सीनेशन में लगे जो भी कर्मचारी सहयोग नहीं करेंगे उनको सजा मिलेगी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने यह साफ कर दिया है कि टीकाकरण में असहयोग करने वाले कर्मचारियों को सीधा निलंबित किया जाएगा। कलेक्टर ने संपूर्ण जिले में 2 लाख टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और अधिकारियों को 18 सितंबर तक प्रथम डोज का 100% वैक्सीनेशन कराए जाने का लक्ष्य दिया है। अभी फिलहाल जिले में 1 लाख 64 हज़ार ऐसे लोग बचे हुए हैं, जिन्हें कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज़ का टीका लगाया जाना शेष है।
जिले भर में व्यक्ति नेशन में सहयोग नहीं करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को कलेक्टर ने गुरुवार शाम ही बैठक में दो टूक निर्देश दे दिए हैं, कि अगर वैक्सीनेशन में कहीं भी चूक हुई, तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। यह बैठक ठीक ढंग से वैक्सीनेशन नहीं होने की शिकायत के बाद बुलाई गई थी। बैठक में कलेक्टर ने शहर के हर घर, हर दुकान, सभी सरकारी व प्राइवेट संस्थानों में संपर्क कर बाकी बचे हुए लोगों को टीका लगवाए जाने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में एक एसडीएम की शिकायत पर भितरवार क्षेत्र के तहसीलदार के कामकाज पर भी कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उनसे कहा गया कि वे काम नहीं करेंगे, तो सेवा समाप्ति का प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। ऐसे ही निगम के एक जेडओ को भी कलेक्टर ने चेतावनी दी। निगम आयुक्त आशीष तिवारी ने कहा कि जोनल अधिकारी टीकाकरण में रुचि नहीं लेंगे तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा। अभी तक के सर्वे में यह बात सामने आई है कि एक लाख 64 हजार ऐसे लोग हैं। जिन्हें कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज के टीके लगाए जाने हैं। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों के टारगेट तय कर दिए हैं।