ग्वालियर। जम्मू कश्मीर में वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन हमले के बाद ग्वालियर के महाराजपुरा स्थित वायुसेना स्टेशन की थ्री लेयर सुरक्षा की निगरानी व सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही मुरार स्थित सेना छावनी, सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) टेकनपुर व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नयागांव में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक ने शहर में बिना अनुमति ड्रोन के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। मुरार व महाराजपुरा पुलिस ने भी स्टेशन के बाहरी क्षेत्र में रात व तड़के की गश्त करने वाले दलों को विशेष सतर्कता के निर्देश दिए हैं।
दरअसल करीब 20 किमी की परिधि में फैले वायुसेना स्टेशन में 52 वॉच टावर पर वायुसेना की प्रोवोस्ट व डिफेंस सिक्योरिटी सर्विस के अफसर निगरानी कर रहे हैं। वायुसेना स्टेशन के गेट, सिविल विमानतल से जुड़ी बाउंड्री एवं चारों दिशाओं की बाउंड्री पर विशेष निगरानी की जा रही है। शनिचरा की ओर जाने वाले रास्ते व गांव पर चौकसी बढ़ी दी गई। इसी तरह मुरार छावनी के लगभग 59 किलोमीटर की परिधि में भी प्रमुख व सिविल आबादी से जुड़े क्षेत्रों में थ्री लेयर सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है।
आपको बता दें कि महाराजपुरा के वायुसेना स्टेशन के लड़ाकू विमानों ने विगत साल सर्जिकल स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पाकिस्तान ग्वालियर के सामरिक ठिकानों की पूर्व में जासूसी कराता रहा है। ग्वालियर में पाकिस्तानी जासूस अब्बास को डलिया वाले मोहल्ले से गिरफ्तार किया गया था और वह अब भी जेल में हैं। सुशील शर्मा को भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया गया था।
वैसे कोरोना के कारण वायुसेना, सेना, बीएसएफ व सीआरपीएफ केंद्रों पर बीते लगभग एक साल से सामान्य लोगों का प्रवेश पूरी तरह बंद है। सैनिकों के रिश्तेदार भी बमुश्किल अधिकारियों की मंजूरी से ही मुलाकात कर पा रहे हैं। वहीं वायुसेना स्टेशन की बाहरी सुरक्षा के लिए महाराजपुरा थाना, मुरार कैंट की सुरक्षा के लिए मुरार थाना, बीएसएफ केंद्र की सुरक्षा के लिए डबरा टेकनपुर व सीआरपीएफ केंद्र की सुरक्षा के लिए पनिहार थाने को अलर्ट किया गया है।