भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश-ओले गिरने के बाद से ठिठुरन बढ़ गई है। गलन वाली ठंड ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश में सर्द हवाएं कंपकंपी छुड़ा रही हैं। भोपाल-इंदौर और दूसरे अन्य शहरों में तो रात का पारा 8 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। कुछ हिस्सों में तो तापमान 5 डिग्री से भी नीचे रिकॉर्ड हुआ। उज्जैन भी ठंडा हो गया है। यहां रात का पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अगले 3 दिन तक इसी तरह ठंड पड़ेगी। इस बार संक्रांति पर कड़ाके की ठंड रहेगी। इसके बाद एक बार फिर मौसम में बदलाव होगा। 20 जनवरी के बाद प्रदेश में एक बार फिर बारिश होने की संभावना है। यह इस सीजन का आखिरी सिस्टम हो सकता है।
मध्य प्रदेश में ठंड का आलम यह है कि दिन में पारा 20 डिग्री और रात में 10 डिग्री के नीचे लुढ़क चुका है। लगभग सभी इलाकों में जोरदार ठंड पड़ रही है। धार, गुना, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में तो पारा 6 डिग्री के नीचे चला गया। ग्वालियर और इंदौर में यह 7 डिग्री पर अटका हुआ है। भोपाल में भी 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। यह 8 डिग्री पर आ गया है। ग्वालियर में ठंड के साथ कोहरा भी छाया हुआ है। यहां सुबह के समय दृश्यता 500 मीटर रह गई थी। पश्चिमी मध्य प्रदेश की बात करें तो छिंदवाड़ा और मंडला में कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई है।
उत्तरी राजस्थान के ऊपर चक्रवाती गतिविधियां बनी हुई हैं। हरियाणा में भी साइक्लोन है। दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उत्तरी कोंकण क्षेत्र से लेकर दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश और झारखंड तक एक ट्रफ लाइन है। यही गतिविधियां चक्रवाती रूप में हैं। इन्हीं कारणों से मध्य प्रदेश में ठंड पड़ रही है।