मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम फिर से सक्रिय हो गया है। रविवार को सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, और बैतूल जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के 21 जिलों में भी तेज बारिश होने की संभावना है। हालांकि, भोपाल और इंदौर में सुबह से धूप खिली रही है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि अगले दो दिनों तक प्रदेश में यह स्ट्रॉन्ग सिस्टम बारिश कराएगा। जबलपुर समेत कुछ अन्य जिलों में आज गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। शनिवार देर रात को भी जबलपुर में बारिश हुई थी।
शनिवार को उज्जैन में सबसे ज्यादा बारिश
शनिवार को उज्जैन, नौगांव, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खरगोन, सीधी, और मलाजखंड में बारिश हुई। इनमें से उज्जैन में सबसे ज्यादा बारिश हुई, जहां पौन इंच पानी गिरा। नौगांव में आधा इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 1-2 सितंबर को तेज बारिश जारी रहेगी, और 3 सितंबर को सिस्टम आगे बढ़ जाएगा, जिससे बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।
प्रदेश में 91% बारिश हुई
अब तक पूरे प्रदेश में 34.2 इंच बारिश हो चुकी है, जो मानसून सीजन के कोटे का 91% से अधिक है। 3.1 इंच और बारिश होते ही प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा पार हो जाएगा।
प्रदेश के 10 जिलों में 40 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जिसमें मंडला सबसे ऊपर है जहां 47.12 इंच बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम, और सागर शामिल हैं। वहीं, रीवा जिले में सबसे कम 22.3 इंच बारिश हुई है।
प्रमुख जिलों में बारिश की स्थिति
मंडला: 47.12 इंच
सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर: 40+ इंच
भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम, सागर: 40+ इंच
रीवा: 22.3 इंच (सबसे कम)