ग्वालियर। शहर के रिहायशी क्षेत्र में कबर बिज्जू के मिलने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने तारागंज इलाके के एक घर से कबर बिज्जू को रेस्क्यू कर निकाला है और उसे चिड़ियाघर को सौंप दिया है। ऐसा माना जा रहा है, कि जंगली इलाके से भटक कर कबर बिज्जू रिहाइयशी इलाके में पहुंच गया होगा। इससे पहले भी भोजन और पानी की तलाश में तेंदुए शहर की सीमाओं मेंं रिहायशी क्षेत्रों में देखे जा चुके है।
जानकारी के मुताबिक तारागंज क्षेत्र के कालका विहार कॉलोनी के एक घर में कहीं से कबर बिज्जू आ गया था और वह चुपचाप घर में बिछे पलंग के नीचे छुप गया था। घर में रहने वालों की नजर जब कबर बिज्जू पर पड़ी ,तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने आनन-फानन में वन विभाग को इसकी जानकारी दी। रिहायशी इलाके में कबर बिज्जू के आ जाने की सूचना पर वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत करने के बाद कबर बिज्जू को रेस्क्यू किया गया। जिसके बाद उसे चिड़ियाघर को सौंप दिया गया। कबर बिज्जू के बारे में बताया जाता है ,कि उसे कब्र से खोदकर मुर्दों का मांस खाना पसंद है और बड़े मांसाहारी जानवर भी इस पर हमला नहीं करते हैं। वन विभाग की टीम ने कबर बिज्जू को तो पकड़ लिया है। लेकिन ऐसी आशंका जताई गई है, कि वह आसपास के सटे जंगल से भटक कर रिहायशी इलाके में आ गया होगा।
शहर के रिहायशी ईलाकों में जंगली जानवरों को आ जाना यह अपने आप में कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी आमखो स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज के पीछे सट्टे कैंसर पहाड़ी के जंगल की ओर से भी एक काले तेंदुए की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। जिसका आज तक कोई सुराग नहीं लगा है। तो वही ग्वालियर शहर से लगे ग्रामीण इलाकों में भी कई बार मृतक तेंदुए के शव पाए गए हैं।
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