दिल्ली : अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति कहां मौजूद है? तो संभवत आपका जवाब होगा भारत के ही किसी राज्य में होगी। शायद, आप महाराष्ट्र राज्य का नाम सबसे पहले बोले। क्यूंकि, भारत में सबसे अधिक गणेश जी की पूजा महाराष्ट्र में ही होती है। लेकिन, जब आपसे ये बोला जाए कि ये मूर्ति भारत में नहीं है बल्कि भगवान गणेश भारत के अलावा भी कई देशों में पूजे जाते हैं, पर एक देश ऐसा भी है जिसने पूरा शहर विघ्नहर्ता को समर्पित कर रखा है हम बात कर रहे हैं थाईलैंड की यहां का चाचोएंगसाओ (Chachoengsao) शहर ‘सिटी ऑफ गणेशा’ के रूप में चर्चित है। यहां भगवान गणेश की कई अनूठी प्रतिमाएं हैं। फ्रांग अकात में बैठे गणेश की 49 मीटर ऊंची प्रतिमा है, तो दुनिया की सबसे ऊंची 39 मीटर की कांसे की प्रतिमा गणेश इंटरनेशनल पार्क में स्थापित है। यह शहर बैंकॉक से 80 किमी दूर है। इसलिए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। थाईलैंड में गणेश ‘फ्ररा फिकानेत’ के रूप में पूजे जाते हैं। इन्हें सभी विघ्न हरने वाला और सफलता का देवता माना जाता है। नए कारोबार और शादी के मौके पर इन्हें प्रमुखता से पूजा जाता है।
इस मूर्ति को देखकर कई लोग ये अंदाज़ा लगाते हैं कि ये मूर्ति सदियों पुरानी है। लेकिन, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये मूर्ति सदियों पुरानी नहीं, बल्कि इसका निर्माण वर्ष 2012 में किया गया था। साल 2008 से लेकर साल 2012 के बीच मूर्ति बनकर तैयार हुई थी। इस जगह को पहले पार्क में तब्दील किया गया फिर कुछ वर्षों बाद इस पार्क में गणेशा जी की मूर्ति की स्थापना की गई। लगभग 800 से अधिक कांस्य के हिस्से को मिलाकर इस मूर्ति का निर्माण किया गया है।