मुरैना। मुरैना में एक बर्खास्त आरक्षक ने एक युवक को नूराबाद थाने के सामने से पकड़ा और उसे ब्लेकमेल करते हुए कहा कि वह उसकी पैसों की व्यवस्था करें नहीं तो गांजा के केस में फंसवा देंगे। युवक ने अपना बचाव करते हुए अपने एक पहचान वाले को बुलवाकर आरक्षक के भाई के खाते में पेटीएम से 10 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए, उसी समय रुपए पेटीएम कराने आए अधेड़ को शक हुआ और उसने सिविल लाइन थाना पुलिस को खबर कर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बर्खास्त आरक्षक व उसके साथी को दबोच लिया।
बता दें, रवि बाथम, निवासी बाल निकेतन रोड, गोपालपुरा नूराबाद थाने के सामने खड़ा था। उसी समय दो लोग उसके पास आए और बोले कि तू शिवम है तथा स्मेक बेचता है। । इसी बीच दोनों बर्खास्त सिपाई व उसका साथी, रवि बाथम को बुलेरो गााड़ी में जबरन डालकर नूराबाद से न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी मुरैना के गेट पर ले आए थे। उन लोगों ने अपना परिचय पुलिस के रुप में दिया था, जबकि दोनों में से कोई भी वर्दी नहीं पहने था। रवि बाथम उनके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि वह शिवम नहीं है, उसका नाम रवि बाथम है और वह स्मेक नहीं बेचता है। इस पर दोनों लोग जिसमें एक बर्खास्त आरक्षक कल्ली उर्फ रघुराज गुर्जर(जो कि अपना झूठा नाम धर्मेन्द्र गुजर बता रहा था) व दूसरा संदीप गौर, निवासी धनेला गांव था। दोनों ने उससे कहा कि अगर तूने उनके लिए पैसों की व्यवस्था नहीं कराई तो तुझे गांजा तस्करी के आरोप में जेल भिजवा देंगे।
इस पर वह घबड़ा गया और उसने तुरंत अपने पहचान वाले रामखिलाड़ी सिकरवार को फोन किया तथा बुलाया। रामखिलाड़ी सिकरवार मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि क्या बात है। इस पर उसने पूरी बात बताते हुए उनसे 10 हजार रुपए उन्हें देने की बात कही। इस पर उन्होंने कहा कि रुपए उनके पास नहीं है, तो वह बोले कि पीटीएम कर दो। इस पर रामखिलाड़ी ने कल्ली गुर्जर के भाई राजवीर गुर्जर जो कि उसके ताऊ का लड़का बताया है, उसके खाते में 10 हजार रुपए डलवाए। उसके बाद वे उससे 10 हजार रुपए और डलवाने के लिए दवाब बनाने लगे इसी बीच पेटीएम कराने आए अधेड़ रामखिलाड़ी सिकरवार को शक हुआ और उन्होंने सिविल लाइन थाना पुलिस को खबर कर दी। सूचना पाते ही सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंची और दोनों को पकड़ कर ले आई