धर्मेन्द्र शर्मा ,भिंड । कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन में तेजी लाने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन सच यह है कि वैक्सीन की कमी के चलते केंद्रों पर ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें टीका नहीं लगने से अफरा तफरी का माहौल देखने को मिल रहा है ऐसे ही एक मामला भिंड जिले से सामने आया है जिसमें एक वैक्सीनेशन सेंटर पर टीका लगवाने के लिए उमड़ी भीड़ ने केंद्र पर जमकर तोड़फोड़ कर दी और जब भीड़ का इससे भी मन नहीं भरा तो व्यक्ति लूट कर चलती बनी। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को काबू में किया है।
दरअसल टीका महाअभियान के तहत शनिवार को जिले में 106 केंद्रों पर 29 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें गोहद ब्लॉक के 11 केंद्रों पर 5 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी। वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीन सेंटर पर भारी तादाद में भीड़ उमर पड़ी। गोहद के कन्या विद्यालय में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर सुबह से ही भीड़ बेकाबू हो रही थी। बेकाबू भीड़ ने वैक्सीन सेंटर के अंदर घुस कर वैक्सीनेशन कर रही टीम के साथ धक्का-मुक्की की और वैक्सीन के तीन बाइल भी लूट ले गए। जिसमें करीब 25 डोज़ बाकी थे। हंगामे की स्थिति को देखते हुए कर्मचारियों ने एक कमरे में स्वयं को बंद कर अपने आप को बेकाबू भीड़ से बचाया। और पुलिस को बुला के स्थिति के सामान्य होने पर बंद कमरों से निकालकर वैक्सीनेशन शुरू कराया जा सका।
वही दूसरी घटना में एडोरी और वाराहेड वैक्सीनेशन केंद्रों पर भी उपद्रव हुआ, एँडोरी केंद्र पर कंप्यूटर ऑपरेटर अजीत रजक का कंप्यूटर भीड़ ने उठा कर फेंक दिया जिससे वह टूट गया। बाराहेड वैक्सीनेशन केंद्र पर भी भीड़ ने उपद्रव किया। तीनों सैंटरो पर पुलिस के पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई और वैक्सीनेशन शुरू कराया जा सका। हालांकि प्रशासन की मानें तो अभी तक किसी ने पूरे मामले में कहीं भी शिकायत नहीं की है। जिम्मेदारों को कहना है, कि अगर शिकायत आती है तो संबंधित लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस तरह के भीड़ के द्वारा उपद्रव किए जाने की घटनाओं ने कहीं ना कहीं वैक्सीनेशन सेंटर की सुरक्षा पर सवाल खड़ा जरूर कर दिया है।