उज्जैन. उस समय उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के सामने अजीब स्थिति बन गयी जब उन्हें किन्नरों की टोली ने घेर लिया.अपनी शिकायत दर्ज करायी और फिर कागज पर कलेक्टर से आश्वासन लिखवाकर उस पर साइन करवाए. उसके बाद कलेक्टर को वहां से जाने दिया
हर मंगलवार को शहर के वृहस्पति भवन में जन सुनवाई होती है.इसमें आवेदकों की परेशानी सुनने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह आए थे.जन सुनवाई खत्म होते ही कलेक्टर जैसे ही वापिस लौटने के लिए निकले तो सामने से किन्नर आ गए. किन्नरों की टोली ने कलेक्टर आशीष सिंह की गाड़ी को घेर लिया और जाने से रोक दिया. यही नहीं कलेक्टर से किन्नरों ने खाली कागज़ पर आश्वासन लिखवाया उस पर साइन करवाए उसके बाद ही उन्हें वहां से जाने दिया.
ये है मामला
किन्नरों का आरोप है पिछले महीने उन्होंने उज्जैन में एक वर्क शॉप की थी.उसके लिए सामाजिक न्याय विभाग से 2 लाख का अनुदान आना था. लेकिन 70 हजार रुपए ही आया. कार्यालय के अधिकारी वो 70 हजार रुपए की अनुदान राशि देने में भी आना कानी कर रहे हैं.यही वजह है कि किन्नरों ने आज कलेक्टर को घेर कर अनुदान राशि जल्द देने की मांग की. कलेक्टर से कोरे कागज़ पर लिखवाया कि जैसे ही अनुदान मिलेगा.वैसे ही राशि भेज दी जाएगी.किन्नरों ने कलेक्टर से साइन भी करवाए फिर उसके बाद उन्हें वहां से जाने दिया.
धारा प्रवाह बोली किन्नर
जब कलेक्टर किन्नरों से बातचीत कर ही रहे थे उसी बीच एक किन्नर ने धारा प्रवाह इंग्लिश में बात करना शुरू कर दिया.उसने इंग्लिश में अपनी बात पूरी समझायी.कलेक्टर ने भी किन्नरों की बात ध्यान से सुनी और समझाया कि अनुदान 70 हजार मंजूर हुआ है.लेकिन अब तक कार्यालय में नहीं आया है. जैसे ही आएगा वैसे ही आपके खाते में राशि भेज दी जाएगी.