इंदौर। फर्जी एडवाइजरी कंपनी खोलकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाली मास्टरमाइंड पूजा लक्जरी लाइफ जीती थी। ठगी के धंधे में आने के बाद देखते ही देखते करोड़पति बन गई। गोवा, मुंबई जाना उसका रूटीन था। विदेश भी घूमकर आ चुकी है। पुलिस पूछताछ कर रही है।
बता दें कि राइफल मैन से ठगी के मामले में पुलिस ने एक युवती और उसके साथी युवकों को पकड़ा था। पूछताछ में उन्होंने मास्टरमाइंड पवन और पूजा के नाम बताए थे। इन दोनों ने आठ महीने में एक करोड़ रुपये कमाए थे। पुलिस ने पवन को दो दिन पहले गिरफ्तार किया था लेकिन पूजा फरार थी। इस पर पुलिस ने पूजा की बहन और मां पर दबाव बनाया। जीजा को भी हिरासत में लिया। पुलिस की सख्ती के डर से पूजा ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर किया जहां से राऊ पुलिस अपने साथ ले गई। कोर्ट में पेश कर 30 अप्रैल तक उसे रिमांड पर लिया है। चूंकि पूजा मूल रूप से नेपाल की है इसलिए पुलिस को शक है कि वह नेपाली ठगों के संपर्क में भी होगी। इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि पूजा इंदौर के शेखर प्लेनेट में रहती थी। उसे आशी और शैफाली के नाम से भी जाना जाता है। आरोप है कि उसने दादाजी ट्रेडर्स, ए वाय ट्रेडर्स, प्रखर जी और विजय नाम की फर्जी कंपनियां बनाईं। इसके बाद लोगों से निवेश करवाने और रुपये दोगुने करने की बात पर ठगी का खेल शुरू किया। पूजा सामान्य परिवार से आती है, लेकिन उसके शौक काफी महंगे हैं। वह सप्ताह के अंत में मुंबई, गोवा और बेंगलुरु के पबों में पार्टी करने जाती थी। विदेश भी घूमकर आ चुकी है। पूजा थापा के पिता दवा कंपनी में गार्ड की नौकरी करते हैं। करीब 15 साल पहले वह पूजा की मां से अलग हो गए थे। जिसके बाद बड़ी बेटी अमृता उनके साथ रहने लगी, जबकि पूजा और छोटी बहन पायल अपनी मां के साथ रहतीं थीं। पूजा ने पहले मोहित और पंकज की एडवाइजरी कंपनी में नौकरी की। यहां पूजा करीब 500 लोगों के स्टाफ को संभालती थी, लेकिन उसका नाम सामने नहीं आया था। इसके बाद पवन और साथ में काम करने वाले अन्य साथियों की मदद से उसने खुद की कंपनियां डालीं। मोहित को विजय नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने बताया कि फरार पूजा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। उसकी बहन अमृता की जानकारी मिली तो उसके पति प्रशांत को हिरासत में लिया। प्रशांत की ये दूसरी शादी थी। पहली पत्नी से तलाक के बाद उसने अमृता से शादी की थी। प्रशांत पेशे से मैकेनिक है। वह और अमृता पहले देवास में ऑटोमोबाइल कंपनी में साथ काम करते थे। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हुआ और बाद में पूजा ने दोनों की शादी करवा दी। इधर पूजा के पिता अलग हो गए तो खर्च की दिक्कत आने लगी। इस पर पूजा ही उनका खर्च उठाती थी। अपनी बहन अमृता को भी रुपये भेजती थी। पुलिस के मुताबिक पूजा ने अपनी बहनों के नाम भी संपत्ति खरीदी है, जिसकी जानकारी जुटा रहे हैं। एयू बैंक में लॉकर होने की बात सामने आई है। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान पूजा से उन कंपनियों की जानकारी निकाली जाएगी, जिसमें वह लोगों से रुपये निवेश करवाती थी। पुलिस को आशंका है कि उक्त कंपनियां परिवार के लोगों के नाम से बनाई गई थीं। पूछताछ में अन्य नामों का खुलासा भी हो सकता है।