इंदौर। इंदौरमें एक सहायक सफाई दरोगा ने महिला सफाई मित्र से अभद्र भाषा में बात की। काम के दौरान उससे कई बार छेड़छाड़ भी की। पीड़िता ने इसकी शिकायत नगर निगम कमिश्नर से कर दी। बुधवार को दरोगा को कार्यमुक्त कर दिया गया। मामले में पुलिस ने भी दरोगा के खिलाफ केस दर्ज किया है। दरोगा और महिला करीब एक साल से वार्ड 43 में काम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार बात दे मामला इंदौर के नगर निगम जोन 10 वार्ड 43 का है। यहां पर सहायक सफाई दरोगा के रूप में आशीष गोदावरे पदस्थ हैं। पीड़िता ने बताया कि उसे 26 मार्च को दरोगा आशीष ने उसे फोन किया और पूछा, कहां हो। मैंने उससे सवाल किया कि कौन बोल रहे हो? उसने कहा, इस शहर में एक मैं ही तो हूं तेरा यार, आशीष गोदावरे। मैंने कहा- जहां खड़ा है, वहीं आकर पिटाई कर दूंगी। उसने कहा कि मारने के लिए भी तो तुझे मेरे पास आना पड़ेगा।
पीड़िता ने बताया कि, ऑडियो रिकॉर्डिंग नगर निगम के अफसरों सहित निगमायुक्त प्रतिभा पाल को भी सौंप दी है। जांच के बाद निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सहायक दरोगा आशीष गोदावरे को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया। वहीं इसकी एम्प्लाई आईडी भी डिलीट करवा दी। आशीष के किसी भी तरह के भुगतान पर भी पूरी तरह रोक लगा दी है। महिला ने बताया कि दरोगा आए दिन काम के दौरान गंदी बातें करता था। वह विरोध करती थी तो उसे काम से निकलवाने की धमकी देता। 5 दिन पहले फोन आने के बाद महिला ने सफाई यूनियन से मदद मांगी, तब जाकर सुनवाई हुई। महिला ने दरोगा की वॉइस रिकॉर्डिंग कर ली थी, जिसे परिवार के लोगों से वायरल कर अफसरों तक पहुंचाई। जिसके बाद दरोगा के खिलाफ तत्काल एक्शन लिया गया।
सहायक दरोगा आशीष की शिकायत करने वाली महिला सफाई मित्र आरोपी से 14 साल बड़ी है। आशीष अभी 26 साल का है। महिला सफाई मित्र करीब 7 साल से नगर निगम में काम कर रही है। जबकि आशीष को भी 5 साल से अधिक समय हो गया है। दोनों पहले अलग-अलग वार्ड में तैनात थे। करीब एक साल पहले दोनों ही वार्ड 43 में काम कर रहे हैं। इधर, आशीष भी पहले सफाईकर्मी था, उसे प्रमोट करके सहायक दरोगा बनाया गया है।