भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून 50 दिन बाद भी पूरी तरह से एक्टिव बना हुआ है। प्रदेश की अधिकतर नदी- नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने सावधान रहने की अपील की है। मौसम विभाग के अनुसार खंडवा, बुरहानपुर और रतलाम में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। पूर्वानुमान के अनुसार इन जगहों पर 64.5 से 204.4 MM तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की तरफ से यलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने सोमवार को भोपाल, दतिया, मुरैना, आगर, राजगढ़, बैतुल, छतरपुर, रतलाम, छत्तरपुर, सीधी, पन्ना, दमोह, सागर, टीकमगढ़, कटनी, देवास, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर सहित कई जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा रेखा के बीच बहने वाली यह वही पार्वती नदी है, जिसने खातौली पुल पर रौद्र रूप धारण कर श्योपुर का राजस्थान के कोटा से सड़क संपर्क तो काट ही दिया है, वहीं नदी किनारे बसे 6 से ज्यादा गांवो में खतरे की घण्टी बजा दी है। पार्वती नदी का जल स्तर तेज़ी से बढ़ता जा रहा है,यही वजह है, कि बाढ़ का पानी पुल से 2 फ़ीट ऊपर बह रहा है। कई घन्टो तक श्योपुर को राजस्थान से जोड़ने वाला स्टेट हाइवे रहा है।
बुरहानपुर में ताप्ती नदी पर बना हतनूर पुल डूबने से 10 से ज्यादा गांव का जिले से संपर्क टूट गया है। शनिवार रात जिले के फोपनार गांव में उतावली नदी का पानी घुस गया। बाढ़ में फंसे 250 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। जिले के जसौंदी में अंजनडोह नदी पर बने तालाब के ओवरफ्लो होने से बाढ़ आ गई। जिससे क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।