उज्जैन। उज्जैन में रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को चलती ट्रेन से फेंक दिया, इसके बाद खुद भी कूद गई। महिला को वहां तैनात कॉन्स्टेबल ने ट्रेन की चपेट में आने से बचा लिया। तीनों सुरक्षित हैं। दरअसल, महिला जल्दबाजी में गलत ट्रेन में चढ़ गई थी। जैसे ही उसे इस बात का अहसास हुआ, तो उसने बच्चों समेत खुद की जान भी दांव पर लगा दी। पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई। GRP ने कॉन्स्टेबल महेश कुशवाह को इनाम देने की घोषणा की है।
ये घटना शनिवार सुबह 6:30 बजे उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 की है। यहां एक शख्स अपनी पत्नी और दो बच्चों को लेकर स्टेशन पहुंचा। उन्हें सीहोर जाना था। वे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर पहुंच गए, जबकि उनकी ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आनी थी। पति टिकट लेने चला गया। इतने में जयपुर-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। पत्नी जल्दी में बच्चों समेत ट्रेन में चढ़ गई और ट्रेन चल दी।
महिला को अंदर पता चला कि वह गलत ट्रेन में है, घबराहट में महिला ने पहले अपने 4 साल और फिर 6 साल के बेटे को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इसके बाद खुद भी कूद गई। वहां मौजूद GRP कॉन्स्टेबल महेश कुशवाह ने जब महिला को ऐसा करते हुए देखा तो उसने महिला को ट्रेन की चपेट में आने से बचा लिया। यही नहीं, दोनों बच्चों को भी अलग किया। ट्रेन में से किसी यात्री ने उनका सामान भी बाहर फेंका। अच्छी बात यह रही कि तीनों सुरक्षित हैं। जब महिला का पति वहां आया तो उसने पत्नी को डांटा।