जबलपुर। खाली पड़े भूखंड में नाग-नागिन के जोड़े ने तथा एक घर में कोबरा ने दहशत फैला दी। नाग-नागिन के जोड़े को लोगों ने आलिंगबद्ध स्थिति में देखा वहीं कोबरा घर के भीतर जूते-चप्पलों के बीच छिपा बैठा था। सर्प विशेषज्ञ पं. गजेंद्र दुबे शास्त्री ने नाग-नागिन के जोड़े तथा कोबरा पर काबू पाया। रेस्क्यू कर तीनों सांपों को पकड़कर उन्होंने जंगल में छोड़ दिया। दोनों घटनाएं अलग-अलग क्षेत्र की हैं। तमाम प्रत्यक्षदर्शी अपने मोबाइल पर सांपों के रेस्क्यू का वीडियो बनाते रहे।
जानकारी के मुताबिक भेड़ाघाट चौक स्टेशन रोड पर एक होटल में लोग भोजन कर रहे थे। तभी उनकी नजर होटल के बगल में खाली पड़े भूखंड पर पड़ी। जहां धामन प्रजाति का करीब आठ फीट लंबा नाग-नागिन का जोड़ा आलिंगबद्ध हालत में दिखाई दिया। प्रणय लीला कर रहे नाग-नागिन के जोड़े को देखकर लोग दशहत में आ गए। होटल के बाहर लोगों की भीड़ जुटी तथा राह चलते लोग रुक गए। होटल संचालक सीताराम दुबे ने सर्प विशेषज्ञ पं. दुबे को घटना की सूचना दी। जिन्होंने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू प्रारंभ किया। कुछ देर की मशक्कत के बाद उन्होंने नाग-नागिन के जोड़े को पकड़ लिया तथा बोरी में भरकर जंगल में छोड़ दिया। रेस्क्यू के दौरान मौके पर लोगों की भीड़ जुटी रही।
बाजनामठ मंदिर के पीछे जेडीए कालोनी निवासी राजेश सिंह के घर में चार फीट लंबा कोबरा सांप फन फैलाए बैठा था। जूते-चप्पलों के बीच बैठे सांप को देखते ही राजेश के घर स्वजन दहशत में आ गए। उन्होंने घटना की सूचना सर्प विशेषज्ञ पं. दुबे को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे पं. दुबे ने रेस्क्यू कर कोबरा पर काबू पाया और प्लास्टिक के जार में भरकर उसे जंगल में ले जाकर छोड़ा। पं. दुबे ने कहा कि सर्प हमारे शत्रु नहीं बल्कि मित्र हैं। पर्यावरण के लिए इनका होना आवश्यक है। बरसात के मौसम में सांप सुरक्षित ठिकाने की तलाश में घरों में घुस जाते हैं। जिन पर हमला न कर सर्प विशेषज्ञ को सूचना देनी चाहिए।