इंदौर। इंदौर की लसूड़िया पुलिस ने तुलसी नगर की होटल में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। खुफिया सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मी यहां ग्राहक बनकर पहुंचे और कोलकाता के दंपती सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपी होटल में रहकर ही रैकेट चला रहे थे। पुलिस ने इस मामले में अनैतिक व्यापार की धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस को होटल से कंडोम, शराब की बोतलें सहित अन्य संदिग्ध चीजें भी मिली हैं। यह होटल CISF के एक अफसर की बताई जा रही है, जो उसने किराए पर चलाने के लिए दी थी।
TI संतोष दूधी के मुताबिक उन्हें सूचना मिली थी कि तुलसी नगर में होटल वेलेंटाईन में सेक्स रैकेट संचालित हो रहा है। सूचना के बाद यहां कस्टमर बनकर पुलिसकर्मी पहुंचे थे। होटल के काउंटर पर शुभम पुत्र ताराचंद सिसौदिया से होटल में कमरा मांगा। लेकिन शर्त रखी कि हमें कमरे में लड़की भी चाहिए। शुरुआती ना नुकुर के बाद सिसौदिया मान गया, लेकिन उसने कहा कि पैसे ज्यादा लगेंगे। पुलिसकर्मियों ने कहा जितना कहोगे उतना देंगे।पुलिसकर्मी जब अपने कमरे की ओर गए तो उन्हें अन्य कमरों में युवक-युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में नजर आए। यहां से आपत्तिजनक स्थिति में सुनील चौहान निवासी पीपल्याहाना, चैतन्य निवासी पीपल्याहाना, सौरभ जायसवाल निवासी रामकृष्ण बाग खजराना, मोहम्मद मोबिन पुत्र अब्दुल जब्बार निवासी मदनीपुरा कोलकाता और उसकी पत्नी सहित चार अन्य युवतियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक पकड़ाई युवतियों में से 4 मिदनापुर, पश्चिम बंगाल और एक महाराष्ट्र की रहने वाली है। आरोपी मोहम्मद मोबिन वहां से लड़कियों को लेकर इंदौर आया था। सभी को होटल में रखा गया था। पुलिस इनके दस्तावेजों को लेकर भी जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इन्हें नौकरी या अन्य किसी लालच के लिये तो दंपती इंदौर लेकर नहीं आए थे।CISF अफसर की है होटल इंदौर पुलिस के मुताबिक होटल CISF के अफसर की बताई जा रही है। जो भिलाई में पोस्टेड है। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि दो माह पहले ही होटल लेकर शुरू की थी। जिसे 80 हजार रुपए महीने में शुभम और मोहम्मद मोबिन को किराए पर दिया था। मोबिन के मुताबिक वह जिस्मफरोशी के मामले में ब्रोकर का काम करता है। अभी पुलिस होटल के दस्तावेजों को लेकर भी जांच कर रही है।