मुरैना। चंबल अंचल की पहचान जहां एक ओर डाकुओं से की जाती है, तो वही अंचल को कई साधु,संतो और महात्माओं के लिए भी जाना जाता है। इस चंबल की धरती पर कई ऐसे संत महात्माओ ने तपस्या की है। जिनकी ख्याति पूरे देश में गूंजती है।लेकिन इन सबके विपरीत एक संत ऐसा भी है ,जो भगवान में आस्था के अलावा चंबल अंचल के लोगों में शराबबंदी का अलख जगा रहा है।
चंबल की धरती पर सैकड़ों लोगों के बीच भगवा कपड़ा धारण किए हुए, गले से लेकर हाथों में रुद्राक्ष की बड़ी-बड़ी मालाएं धारण किए व हाथ में माइक लेकर चंबल की धरती पर लोगों के बीच गीत के माध्यम से शराब छोड़ने के लिए समझाने वाले यह संत हर गिरी महाराज हैै। लंबी कद काठी के यह कोई आम संत नहीं है।
इनकी एक आवाज पर कई समुदाय के युवा खींचे चले आते हैं। संत हरि गिरि महाराज गांव गांव जाकर लोगों में आस्था का अलख तो जगा ही रहे हैं। लेकिन आस्था के अलावा यह लोगों को शराब छोड़ने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं और शराबबंदी करवाने की सबको कसमें भी खिलवा रहे हैं। मुरैना के पीपलखेड़ा गांव में ग्रामीणों की महापंचायत में पहुंचेे संत हरि गिरि महाराज सैकड़ों लोगों के बीच ना सिर्फ शराबबंदी की बात कर रहे हैं,बल्कि लोगों से शराब को छोड़ने के लिए आह्वान भी कर रहे हैं। साथ ही शराब बंदी को लेकर वे पूरे प्रदेश भर में एक आंदोलन खड़ा करेंगे।
चंबल अंचल में संत हरी गिरी महाराज का इतना प्रभाव है ,कि हजारों लोग उनके कहने पर शराब से तौबा कर चुके हैं और शराब छुड़ाने की यह मुहिम में उनके द्वारा मुरैना अंचल के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चलाई जा रही है। अभी हाल में ही मुरैना जिले में हुए जहरीली शराब कांड के बाद संत हरी गिरी महाराज ने अपना शराबबंदी अभियान और तेज कर दिया है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बुरी आदत से मुक्ति दिला सके।