राजगढ़ में सब-इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम की कार से कुचलकर हत्या कर दी गई। कार चला रही महिला आरक्षक पल्लवी सोलंकी ने अपने साथी करण ठाकुर के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। इसके बाद दोनों ने थाने पहुंचकर हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्होंने बताया कि एसआई उनके प्रेम संबंध में बाधा डाल रहे थे, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया।
मंगलवार को एसआई दीपांकर गौतम बाइक से ब्यावरा-देवास हाईवे पर देहात थाने जा रहे थे। फुंदा मार्केट के पास महिला आरक्षक पल्लवी सोलंकी ने कार से उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद दीपांकर उछलकर कार के बोनट पर गिरे और फिर सड़क पर आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार ने उन्हें करीब 30 मीटर तक घसीटा, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। वारदात के बाद पल्लवी और करण सीधे देहात थाने पहुंचे और अपना अपराध स्वीकार किया। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल एसआई को अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें भोपाल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।
मामले की जांच
पुलिस अधिकारी एसपी आदित्य मिश्रा ने महिला आरक्षक से लंबी पूछताछ की। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि एसआई दीपांकर, पल्लवी और करण के बीच चल रहे प्रेम संबंध में बाधा बन रहे थे, जिसके चलते उन्होंने यह हत्या की। मामले की जांच जारी है।
प्रेम संबंध और विवाद
सूत्रों के अनुसार, पल्लवी और करण के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध था। कुछ समय पहले करण ने पल्लवी को गोली मार दी थी, जिससे वह घायल हो गई थीं। इसके बाद दोनों में विवाद हुआ और कुछ समय तक वे अलग रहे। इसी दौरान पल्लवी की एसआई दीपांकर से दोस्ती हो गई। मंगलवार को दीपांकर को पल्लवी और करण ने मिलने बुलाया था। उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हुआ, इसलिए उन्होंने अपने एक पुलिस मित्र को फोन करके बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है।
एसआई पर लगे पुराने आरोप
एसआई दीपांकर गौतम पर पहले भी कुछ गंभीर आरोप लगे थे। रिश्वत मांगने के एक मामले में उन्हें लाइन हाजिर किया गया था। इसके अलावा, उन पर दुष्कर्म का मामला भी दर्ज हुआ था, जिसमें वे दोषमुक्त हो गए थे।