भिंड। भिंड जिले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम में एक पूर्व सैनिक ने हंगामा किया। पता चला कि वह ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलकर उनके करीबी डॉ. रमेश दुबे की शिकायत करना चाहते थे। कार्यक्रम के दौरान पूर्व सैनिक ने सिंधिया से मुलाकात भी की। उन्होंने पूरा न्याय करने और मदद का आश्वासन दिया है। हालांकि, आरोपों से घिरे सिंधिया समर्थक रमेश दुबे इन आरोपी का खंडन कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भिंड में बिजली परियोजना की सौग़ात देने आए थे। उनके भाषण के बीच में ही एक पूर्व सैनिक ने सिंधिया से मुलाकात करने की मांग की और हंगामा करने लगा। इस पर केंद्रीय मंत्री ने उससे इंतजार करने का आश्वासन दिया। भाषण खत्म होने के बाद सिंधिया जब मंच से रवाना होने लगे तब किसी ने उन्हें याद दिलाया कि पूर्व सैनिक मिलना चाहता है। इस पर सिंधिया ने मंच पर ही पूर्व सैनिक अरुण सिंह को बुलाया और उसकी शिकायत को सुना। अरुण सिंह का आरोप है कि सिंधिया के करीबी और भाजपा कार्यसमिति सदस्य डॉ. रमेश दुबे ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। कई स्तरों पर जांच के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है। हर बार सिंधिया के नाम की धमकी देकर चुप कराया जाता रहा है। इस वजह से वह परेशान होकर उनसे ही न्याय की गुहार करने आया है। हालांकि, सिंधिया जब शिकायत सुन रहे थे, तब रमेश दुबे भी वहीं पर मौजूद थे। उन्होंने सिंधिया के सामने भी कागजात फर्जी होने का दावा किया।
पूर्व सैनिक अरुण सिंह का आरोप है कि उसकी जमीन पर रमेश दुबे ने आधा मकान बना लिया है। बार-बार कहने के बाद भी वे सीमांकन कराने को तैयार नहीं हैं। इलैया राजा के कलेक्टर रहते हुए भी अरुण सिंह ने शिकायत की थी और तब जांच में रमेश दुबे का दोषी होना पाया गया था। इसके बाद भी अवैध निर्माण नहीं हटाया गया। रमेश दुबे कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहे हैं और वर्तमान में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य हैं। रमेश दुबे सिंधिया का नाम लेकर धमकी देते हैं। मैं उनका करीबी हूं, कोई मेरा क्या बिगाड़ सकता है? सिंधिया से शिकायत के दौरान भी दुबे सैनिक के दस्तावेजों को फर्जी साबित करने लगे। क्या एक आर्मी मेन फर्जी डॉक्यूमेंट ला सकता है? बीते 16 सालों से लगातार अपनी जमीन को वापस पाने के लिए गुहार लगा रहा हूं। बार-बार नौकरी से छुट्टी लेकर आने से थक गया, इस वजह से वीआरएस लेना पड़ा। अब तो सिंधिया जी से ही न्याय का भरोसा है।
इस मामले में बीजेपी नेता रमेश दूबे ने कहा कि यह उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने के लिए कुछ लोगों द्वारा रचा षड्यंत्र है। आजकल फैशन हो गया राजनेताओं पर आरोप लगाने का। किसी को उनकी ज़मीन को लेकर आपत्ति है तो वह आपत्ति वाली जगह का सीमांकन कराने को तैयार हैं। पूर्व सैनिक को भड़काकर प्लानिंग के तहत सिंधिया के सामने पेश किया गया है। वह किसी भी जांच को तैयार हैं।