गुना। जिले के जामनेर थानाक्षेत्र में दो-तीन अप्रैल की मध्यरात्रि में घर में सो रहे निजी चिकित्सक की कुल्हाड़ी से नृशंस हत्या का पुलिस ने मंगलवार को राजफाश कर दिया। इसमें नाबालिग पुत्र ने ही पिता की हत्या की थी। इसके पीछे की वजह 10वीं में फेल होने पर पिता द्वारा घर से भगाने की चेतावनी रही, क्योंकि उसकी परीक्षा की तैयारी नहीं थी। इसके लिए बेटे ने नाली को लेकर पड़ोसी से पिता के विवाद का फायदा उठाकर साजिश के तहत पड़ौसी को फंसा दिया था।
पुलिस के अनुसार दो-तीन अप्रैल की मध्यरात्रि में जामनेर कस्बा में घर पर सो रहे दुलीचंद्र पुत्र मांगीलाल अहिरवार उम्र 46 साल की कुल्हाडी मारकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज मामले में मृतक के पुत्र की रिपोर्ट पर संदेही वीरेंद्र अहिरवार एवं उसके एक अन्य साथी के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। पुलिस ने रात में ही संदेही वीरेंद्र पुत्र मदनलाल अहिरवार उम्र 32 साल निवासी कुंभराज हाल जामनेर से पूछताछ की गई। जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की तो एक नाटकीय मोड़ सामने आया। पुलिस की शक की सुई मृतक के पुत्र की ओर घूमी। पूछताछ में मृतक का नाबालिग पुत्र टूट गया और उसने अपने पिता दुलीचंद की हत्या करना स्वीकार किया।
मृतक के नाबालिग बेटे ने पुलिस को बताया कि पिता उसे पढ़ाई न करने पर डांटा करते थे। कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि 10वीं की परीक्षा में फेल हो गया, तो मारपीट कर घर से निकाल देंगे। वार्षिक परीक्षा की तैयारी नहीं थी और फेल होने का डर था। इसके चलते सोचा कि पापा का पड़ोसी वीरेंद्र अहिरवार से पूर्व का नाली का विवाद चल रहा है। ऐसे में पिता को मारकर वीरेंद्र को फंसाने का षडयंत्र रचा। क्योंकि, इसके बाद न पढ़ाई को लेकर रोक-टोक होगी और हत्या का इल्जाम पड़ौसी वीरेंद्र पर आ जाएगा। इसके बाद रात्रि में मौका पाकर पिता पर कुल्हाडी से कई वार कर हत्या कर दी और फिल्मों की तरह मौके से सारे सबूत मिटा दिए। साथ ही ऐसा माहौल बना दिया कि लोगों को ऐसा लगे कि किसी ने छत के रास्ते से आकर वारदात को अंजाम दिया हो। हत्या के मामले का पटाक्षेप होने पर पुलिस द्वारा मृतक के आरोपित किशोर पुत्र को अभिरक्षा में लेकर बाल न्यायालय में पेश किया जा रहा है। इससे पहले मानवीयता के नाते विधि विवादित किशोर को लेकर मृतक पिता के तीजे का कार्यक्रम कराया।