राजगढ़: राजगढ़ में एक प्रमुख किराना व्यापारी रमेश गुप्ता के घर में लाखों की चोरी हुई है। चोरों ने छत के रास्ते लिफ्ट के लिए छोड़ी गई जगह का उपयोग करते हुए नल वाली पाइपलाइन के सहारे 20 फीट नीचे उतरकर घर में प्रवेश किया। इस चोरी में चोर 30 तोला सोना, 1 किलो चांदी और ढाई लाख रुपए कैश लेकर भाग गए।
चोरी के लिए चोरों ने लगभग 30 घंटे तक घर की बिजली बंद रखी, जिससे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर सके और वारदात रिकॉर्ड नहीं हो पाई। चोरों ने घर में रहकर किचन में मैगी बनाई और बर्तन धोकर भी रख दिए। यह घटना तब हुई जब परिवार तीर्थ यात्रा पर गया था और वे चार दिन बाद रविवार रात करीब 11 बजे घर लौटे।
रमेश गुप्ता, जो राजगढ़ के एक बड़े किराना व्यापारी हैं, 21 अगस्त को अपने परिवार के साथ तीर्थ यात्रा पर निकले थे। परिवार में उनकी पत्नी सुमित्रा, बेटा विनोद, अभिषेक, बहुएं रानू और अंजली, पोती नृत्या, पोता कान्हा, बेटी रचना और दामाद सुदर्शन शामिल थे। जब परिवार घर वापस आया, तो उन्होंने देखा कि ताला जस का तस लटका हुआ था। अंदर जाकर जब वे दूसरी मंजिल पर पहुंचे, तो वहां का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए।
छोटी बहू अंजलि ने बताया कि जब उन्होंने बेडरूम में जाकर देखा, तो पलंग पर कुछ चिल्लर और ज्वेलरी के खाली बॉक्स पड़े थे। अलमारी खोलने पर पता चला कि 30 तोला सोना, 1 किलो चांदी और ढाई लाख रुपए गायब थे। रमेश गुप्ता ने रात करीब 12 बजे राजगढ़ पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीआई वीर सिंह ठाकुर ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाया और जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों का पता लगा लिया जाएगा।
चोरों ने बिना मेन गेट खोले घर में घुसने का तरीका अपनाया। छत के टॉवर पर एक गेट को तोड़कर, लिफ्ट के लिए छोड़ी गई जगह में लकड़ी की बल्ली फंसाई, और फिर पानी की पाइप के जरिए नीचे उतरे। पीड़ित परिवार ने बताया कि आलमारी की चाबी उन्होंने दूसरी मंजिल के हॉल में रखे बॉक्स में रखी थी, लेकिन चोरों को एक अलमारी की चाबी मिल गई, जिससे उन्होंने लॉकर खोलकर जेवर और नकदी चुरा ली।
अंजलि ने बताया कि पूरे घर में सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन चोरों ने पहले से योजना बनाकर लाइट बंद कर दी थी, जिससे 30 घंटे तक सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर पाए। चोरों ने किचन में जाकर मैगी बनाकर खाई और खाने के बाद बर्तन भी धोकर चले गए। इसके अलावा, उन्होंने घर में बीड़ी भी पीकर फेंक दी थी।
यह घटना सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है और पुलिस की जांच की प्रतीक्षा है।