भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार शाम से बादल छाने लगे। हालांकि गुरुवार सुबह तक प्रदेश में कहीं भी वर्षा दर्ज नहीं की गई। इसके बाद गुरुवार दिन में भी दोपहर बाद कई स्थानों पर बादलों ने डेरा डाला। इस बीच राजधानी समेत कुछ स्थानों पर हल्की बूंदा-बांदी हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। देश में बनी अलग-अलग मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश में बारिश के हालात बन रहे हैं। इसके तहत अधिकतर जिलों में बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी कर 29 मार्च से एक अप्रैल तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश कि संभावनाएं व्यक्त की हैं।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना है। साथ ही एक ट्रफ लाइन भी वहां जुड़ी हुई है। दक्षिण–पश्चिम राजस्थान में भी एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर–पश्चिमी मध्य प्रदेश से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन्हीं तीन मौसम प्रणालियों के कारण ही प्रदेश में नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाए। इसके बाद शुक्रवार को भी इसी तरह बादल रहने की संभावना है।
प्रदेश में गुरुवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 के बीच रीवा में पांच एमएम, खजराहो में दो एमएम और नौगांव में एक एमएम वर्षा दर्ज की गई है। वहीं भोपाल-जबलपुर में छिट-पुट बूंदा-बांदी हुई है।
मौसम विज्ञानी शुक्ला ने बताया कि गुरुवार को सागर, ग्वालियर, चंबल, रीवा, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, शहडोल संभाग में कहीं–कहीं वर्षा होने की संभावना है। इन स्थानों में एक अप्रैल तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। वहीं, श्योपुर, नीमच, मंदसौर में बारिश के साथ ही बिजली गिरने की आशंका भी मौसम विभाग में जताई है।