सीधी। मशीन का आपरेटर बनने पर युवक की मन्नत पूरी हुई, वह मंदिर ने पहुंचकर माता को जीभ काटकर चढ़ा दिया। यह पूरा मामला सीधी जिले के अमिलिया थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बिठौली के महारानी दाई माता मंदिर का है। बता दें कि बिठौली पंचायत के प्राचीन बरसों पुराने पीपल के पेड़ के नीचे महारानी दाई माता का मंदिर है। गांव के 19 वर्षीय युवक अनिल बंसल पुत्र मणिराज बंसल अपनी पत्नी उर्मिला बंसल व तीन अन्य लोगों के साथ गुरुवार सुबह पांच बजे मंदिर पहुंचा। यहां उसने माता का पूजन कर प्रतिमा के चरणों में अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी। इसके बाद अनिल प्रतिमा के सामने ही लेट गया।
बता दें कि बिठौली सरपंच प्रवेश पटेल एवं जनपद सदस्य बिठौली प्रतिनिधि मुनींद्र शुक्ला भी वहां पर पहुंचे। युवक की पत्नी उर्मिला बंसल ने बताया कि मन्नत थी कि यदि पोकलेन मशीन चलाना सीख जाएंगे तो देवी मां को जीभ चढ़ाएंगे। मन्नत पूरी होने पर देवी मां को किया वादा पूरा किया। युवक की जीभ वापस पाने के लिए ग्रामीण देवी मां के भजन गा रहे हैं। करीब 30 से ज्यादा लोग ढोलक और नगाड़े के साथ भजन कर रहे हैं। ग्रामीण कुंज बिहारी तिवारी ने दावा किया ऐसी मान्यता है कि यहां जो कोई भी जीभ चढ़ाता है उसके पश्चात देवी गीत के साथ ही भजन-कीर्तन किए जाते हैं। 24 घंटे में जीभ वापस आ सकती है। इसलिए यहां टालियों में भजन का सिलसिला जारी है।
ग्रामीण विपिन कुमार पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग इन देवी मां के चरणों में कई लोग अपनी जीभ को चढ़ा चुके हैं। लोगों की गहरी आस्था देवी मां में है। करीब छह-सात साल पहले एक व्यक्ति ने जीभ चढ़ाई थी।गांव के ही एक युवक ने देवी मां के चरणों में अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी है। देवी मां यहां पर लगभग 300 वर्ष से स्थापित है। लोग यहां पर काफी बार जीभ चढ़ा चुके हैं। उनकी जीभ वापस आ चुकी है।