खंडवा। खंडवा शहर में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बार बदमाशों ने एसएन कॉलेज स्थित शहीद सीताराम हॉकर्स जोन को निशाना बनाया। रविवार रात यहां करीब 15 से अधिक दुकानों के ताले टूटे।
सुबह जब दुकानदार दुकान खोलने आए तो उन्हें ताले टूटे हुए मिले। इस पर दुकानदारों ने सूचना कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर कोतवाली थाने से एसआई अरविंद तोमर मौके पर जांच करने पहुंचे। एसआई तोमर ने कहा कि दुकानों से चोरी नहीं हुई है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं
कुछ दुकानों से चिल्लर ले गए हैं, सामान फेंककर गए है। आसपास के लोगों से पूछताछ कर रहे हैं, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। मामले में कोतवाली पुलिस दावा कर रही है कि बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हॉकर्स जोन के दुकानदार नितीन पाराशर, निखिल पाराशर ने बताया कि रविवार रात करीब नौ बजे दुकान बंद की थी। इसके बाद सुबह करीब सात बजे दुकान पर पहुंचे तो यहां ताले टूटे हुए थे। दुकान में से नगदी घर ले गए थे, सामान व्यवस्थित पड़ा था, दुकान से एक पानी का बड़ा कैन गायब है। वहीं अन्य दुकानदारों ने बताया कि दुकान में कुछ नहीं मिला तो बदमाशों ने सामान ले जाकर नाले में फेंक दिया।
रात में लगता है नशेडियों का जमावड़ा
हॉकर्स जोन के दुकानदारों का कहना है कि इस स्थान को रात में नशेडियों ने बैठने का अड्डा बना लिया है। यहां बैठकर शराब पीते हैं और बोतलें भी यहीं फोड़ जाते हैं। इसकी शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब नशेडियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि दुकानों के ताले तोड़कर चोरी की वारदातें करने लगे हैं।
पुलिस गश्ती पर भी सवाल
शहर में हो रही चोरियों को लेकर शहरवासियों ने रात को होने वाली पुलिस गश्त पर भी सवाल खड़े किए है। हॉकर्स जोन का शहर के व्यस्तम इलाकों में आता है। कोतवाली थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यहां रात को बदमाश 15 से अधिक दुकानों के ताले चटका जाते हैं, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगती है, यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल है।
और इधर, किसानों की मोटरें भी हो रही चोरी
रबी सीजन में सिंचाई का समय चल रहा है। किसानों की मोटरें खेतों में लगी हुई है। बदमाश इन्हें भी निशाना बना रहे हैं। दिनदहाड़े खेतों से किसानों की मोटरें गायब हो रही हैं। अमलपुरा क्षेत्र में शनिवार को दो किसानों की शिवना तालाब पर लगी मोटरें चोरी हुई। यहां आए दिन चोरियां हो रही हैं। कभी बदमाश किसानों की मोटरें ले जाते है तो कभी केबल काटकर ले जाते हैं।