ग्वालियर। ग्वालियर में सम्पत्ति विवाद से तंग आकर एक युवती ने घर के आंगन में पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। खुदकुशी करने की वजह परिजन चाचा द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित करना बता रहे हैं। गुस्साए परिजन ने मंगलवार शाम हजीरा चौराहे पर युवती का शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी चाचा के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हजीरा चौराहे के पास रहने वाली 32 वर्षीय युवती मनीषा तिवारी ने अपने घर के आंगन में लगे आम के पेड़ पर फंदा कसकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब उसकी मां घर के आंगन में आई तो मनीषा के यह कदम उठाने का पता लगा। जिसकी सूचना तत्काल उसने पुलिस और अन्य परिजन को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। मंगलवार दोपहर मनीषा के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने शव को परिजन को सौंप दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर हजीरा चौराहे पर पहुंचे और सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला और जाम को खुलवाया।
मृतिका के परिजन के अनुसार 22 साल पहले मनीषा के पिता मुरारी लाल तिवारी का निधन हो गया था। मनीषा के घर में मां के अलावा एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और छोटा भाई जतिन बेरोजगार है। मनीषा प्राइवेट जॉब करके अपनी मां और छोटे भाई का भरण पोषण करती थी। इसीलिए उसने शादी भी नहीं की थी। परिजन के मुताबिक हजीरा पर उनकी मार्केट है, जिस पर चाचा जय प्रकाश तिवारी ने कब्ज़ा कर रखा है। बताया जा रहा है मार्केट में बीस से ज्यादा दुकानें है जिसका किराया उसका चाचा हड़प जाता है। मनीषा के परिजन की माने इसी विवाद से तंग आकर अपनी जान दे दी।
Recent Comments