ग्वालियर। ग्वालियर में जिला अदालत में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। 35 पुराने मिलावट के केस में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। दरअसल 35 साल से चल रहे केस में आरोपी सिर्फ दो बार ही कोर्ट में हाज़िर हुआ, उसके बाद फरार हो गया था। 15 साल पहले पुलिस ने आरोपी को स्थायी वारंटी घोषित कर दिया था।
36 साल पहले मिलावट करते पकड़ाया था आरोपी
23 सितंबर 1985 को मुरैना जिले का रहने वाला प्रभुदयाल शर्मा दूध लेकर ग्वालियर आ रहा था। उस दौरान खाद्य विभाग का उड़न दस्ता गोला का मंदिर पर मिलावट के खिलाफ अभियान चला रहा था। खाद्य विभाग ने प्रभुदयाल की दूध की टंकी से तीन सैंपल लिए थे। जांच के दौरान प्रभुदयाल के दूध में मिलावट पाई गई। 1986 में खाद्य विभाग ने आरोपी के खिलाफ न्यायालय में परिवाद पेश किया। उस वक्त कोर्ट में पेश होने के बाद प्रभुदयाल को जमानत मिल गई थी। इसके बाद प्रभु दयाल सन 2000 में कोर्ट के पेश हुआ था। सन 2001 के बाद प्रभुदयाल फरार हो गया। लगातार कोर्ट में पेश नही होने पर 2007 में कोर्ट ने स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किए।
अब गिरफ्त में आया, कोर्ट ने जेल भेजा
हाई कोर्ट के आदेश पर जिला अदालत ने इस केस को विशेष श्रेणी में रखा है। 35 साल से चल रहे इस केस की सुनवाई भी पूरी करना था। कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने आरोपी प्रभुदयाल को तलाश कर लिया। पुलिस ने कोर्ट के सामने पेश किया, तो आरोपी ने अपनी 64 साल की उम्र का हवाला देते हुए जमानत की गुहार लगाई, लेकिन कोर्ट ने जमानत नामंजूर कर प्रभु दयाल को जेल भेज दिया।