बारिश ने रेस्क्यू में डाली मुश्किलें
शुक्रवार की सुबह से ही उज्जैन में आसमान में बादल छाए हुए थे, और दोपहर बाद तेज बारिश शुरू हो गई। रात तक बारिश लगातार जारी रही, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं। भारी बारिश के कारण मलबे को हटाने और घायलों को सुरक्षित निकालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हादसे से मची अफरातफरी
महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार की दीवार गिरने से वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया और राहत कार्य में तेजी लाने का प्रयास किया।
घायलों का इलाज जारी
घायलों को तुरंत उज्जैन के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। अभी तक घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह हादसा बड़ा हो सकता था यदि समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया जाता।
प्रशासन की सतर्कता
प्रशासन की ओर से बारिश के कारण होने वाली इस दुर्घटना पर गहरी नजर रखी जा रही है। जिला प्रशासन ने मंदिर क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है ताकि किसी अन्य दुर्घटना से बचा जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं का भारी आवागमन
महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है, खासकर शुक्रवार को, जिससे दीवार गिरने के समय वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। प्रशासन और पुलिस द्वारा लगातार सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।