भोपाल।पश्चिम बंगाल में बने साइक्लोन की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में प्री-मानसून दस्तक दे सकता है। तीन दिन बाद प्रदेश में बादल डेरा डालना शुरू कर देंगे। शाम को हल्की बूंदाबांदी राहत देगी। इस बार मानसून भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन संभागों में ज्यादा मेहरबान रहेगा। जबलपुर और सागर संभाग में यह सामान्य रहेगा।
जानकारी के अनुसार बात दे पीके साहा ने बताया कि 15 मई तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। बादलों से धूप का तीखापन कम हो सकता है, लेकिन गर्मी रहेगी। साइक्लोन के कारण हल्के बादल आ रहे हैं। 16 मई से मौसम बदलेगा। बादल छाना शुरू हो जाएंगे। तीसरे सप्ताह में गर्मी तो रहेगी, लेकिन ज्यादा नहीं। अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास रहेगा। मई के अंतिम सप्ताह में एक बार फिर तापमान ऊपर चढ़ेगा। यह 44 डिग्री तक जा सकता है। इसके बाद गर्मी के तेवर ज्यादा तीखे नहीं रहेंगे। 14 मई से हीट वेव का दौर खत्म हो जाएगा।
साइक्लोन का सीधा असर मध्यप्रदेश पर नहीं है। वर्तमान में जबलपुर और सिंगरौली में 15 मई तक कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में कहीं और बारिश की संभावना नहीं है। पाकिस्तान से हवाओं का दौर 13 मई से आएगा। इसका असर 15-16 मई तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद 16 मई से हल्के बादल प्रदेश में आने लगेंगे। इससे प्री-मानसून की शुरुआत हो जाएगी। दिन में बादल और देर शाम तक हल्की बूंदाबांदी रहेगी। मानसून की गतिविधियां प्रदेशभर में होंगी।
मध्यप्रदेश में मानसून के आने का समय पहले 10 जून था, लेकिन कुछ सालों से इसके देरी से आने के कारण अब 15 से 16 जून तय किया गया है। अगर कोई अड़चन नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में मानसून के मध्यप्रदेश में 15 से 16 जून तक आने की संभावना है। भोपाल में यह 20 जून के आसपास पहुंचेगा। जून में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा। इस बार मानसून समय पर और सामान्य रहेगा। पश्चिमी मध्यप्रदेश ग्वालियर-चंबल डिवीजन को छोड़कर भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन में बारिश सामान्य से ज्यादा होगी। ईस्ट एमपी शहडोल, जबलपुर और सागर में बारिश सामान्य रहेगी। ओवर ऑल मध्यप्रदेश में इस बार भी बारिश ठीक रहेगी।