इंदौर। हम में से बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जिन्हें अक्सर एसिडिटी की समस्या रहती है। इसे हम सीने में जलन कहते हैं। एसिड रिफ्लेक्स जिसे गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लेक्स (जीईआर) के रूप में जाना जा सकता है।
ऐसी समस्या तब होती है, जब पेट का एसिड वापस मुंह और पेट को जोड़ने वाली नली में प्रवाहित होने लगता है। यह परेशानी कमजोर पड़ने वाले एसोफेजियल स्फिंकटर (एलईएस) के कारण होती है, जो एसोफैगस के नीचे होती है।
असल में इसी एलईएस की कमजोरी की वजह से किसी को भी एसिडिटी होने लगती है। ऐसे में कुछ खाने की चीजें ऐसी हैं, जिन्हें सुबह के वक्त खाना एसिडिटी का कारण बनता है। इनका सेवन हमारी सेहत और दिन की शुरुआत के लिए हानिकारक साबित होता है। जानते हैं कुछ ऐसे ही फूड्स के बारे में…
तले हुए खाद्य पदार्थ
खाने की कई चीजें जैसे पकोड़े, समोसे, पूरी, और फ्रेंच फ्राइज तेल या घी में तले जाते हैं। डीप फ्राई होने की वजह से इनमें बहुत ज्यादा तेल होता है। ये तेल उत्तेजक होते हैं, जो पेट में एसिडिटी को बढ़ाते हैं।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में सोडा और स्पार्कलिंग जल होता है, जो पेट में हवा पहुंचा सकता है। इससे पेट में सूजन हो जाती है और फिर एसोफेजियल स्फिंकटर पर दबाव पड़ता है, जिससे एसिडिटी बनने लगती है।
चॉकलेट
चॉकलेट में कैफीन और कोको होता है, जो निचले एसोफेजियल स्फिंकटर को आराम देकर एसिड रिफ्लेक्स को बढ़ावा दे देता है।
प्याज
कच्चे प्याज में मौजूद उच्च स्तर की अम्लता कुछ लोगों में एसिड बनने का कारण बन जाता है।
खट्टे फल
खट्टे फल जैसे लेमन, ऑरेंज, आम, अनार आदि साइट्रिक फलों में अम्ल होता है, जो पेट में एसिडिटी का कारण बन सकता है।
टमाटर
टमाटर तब ज्यादा एसीडिटी का कारण बनता है, जबकि इससे बने उत्पादों को हम खाते हैं। जैस–सॉस या जूस।
कॉफी
कॉफी में कैफीन होता है, जो पेट के अम्ल प्रोडक्शन को बढ़ा सकता है और एसिडिटी का कारण बन सकता है।
चटपटा खाना
चटपटा खाना जैसे कि चटनी, अचार, मसालेदार नमकीन आदि में तीखे और मसालेदार चीजों को डाला जाता है। यह एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
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