राशि। वैदिक ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक ग्रह एक निर्धारित समय के बाद गोचर करते हैं। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। 22 अप्रैल 203 को देव गुरु बृहस्पति मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में राहु ग्रह पहले से विराजमान है। जिसके कारण गुरु चांडाल योग का निर्माण होगा। बता दें कि गुरु चांडाल योग को अशुभ माना जाता है। इस योग के निर्माण से नकारात्मकता उत्पन्न होने लगती है। गुरु-राहु युति सभी राशियों को प्रभावित करेगी। हालांकि 3 राशियों को इस अवधि में सावधान रहने की आवश्यकता है।
मेष राशि
गुरु चांडाल योग के कारण धन हानी हो सकती है। आत्मविश्वास में कमी आएगी। गुरु और राहु की युति के कारण स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऑफिस पर सतर्क रहें। अधिकारी या साथी से मनमुटाव हो सकता है। इस अवधि में निवेश न करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों को गुरु चांडाल योग के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में शेयर मार्केट में पैसा न लगाएं। धनहानि के संकेत है। आय में कमी आएगी। तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि
गुरु राहु की युति के कारण सिंह राशि को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आपका दुश्मन समस्या पैदा कर सकता है। घर में वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वाणी पर संयम रखना होगा। वाहन सावधानी से चलाएं।