भोपाल। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मध्य प्रदेश बोर्ड के परीक्षा पद्धति में बदलाव किया गया है। अब अगले सत्र (2022-23) में प्रश्न पत्र बदले पैटर्न पर तैयार किया जाएगा। इसके तहत नियमित व स्वाध्यायी विद्यार्थियों को 75 अंक की सैद्धांतिक और 25 अंक की प्रायोगिक परीक्षा देनी होगी। बिना प्रायोगिक वाले विषयों में 25 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। 25 अंक में 15 का प्रोजेक्ट, पांच अंक का नोटबुक प्रस्तुतीकरण और पांच अंक तिमाही और छमाही परीक्षा के आधार पर मिलेंगे। यह बदलाव अगले सत्र से नौवीं व दसवीं में लागू होगा।
स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए सिर्फ 75 अंक का सैद्धांतिक पेपर देना होगा। इसी 75 अंक के सैद्धांतिक पेपर के आधार पर 25 अंक का अधिभार दिया जाएगा। इससे स्वाध्यायी विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। अभी हाल में माध्यमिक शिक्षा मंडल(माशिमं) की पाठ्यचर्या समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। माशिमं यह प्रस्ताव तैयार कर परीक्षा समिति को भेजेगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद इसे लागू करते हुए नए नियम के मुताबिक इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर मााशिमं की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। बता दें, कि अभी तक दसवीं में 80 अंक सैद्धांतिक और 20 अंक का प्रोजेक्ट वर्क (पांच अंक के तीन प्रोजेक्ट व पांच अंक का नोटबुक प्रस्तुतीकरण) होता था। बारहवीं की परीक्षा में कोई बदलाव नहीं किया गया है
उदाहरण के तौर पर दसवीं में गणित का रिजल्ट कुल 100 अंकों से बनेगा। इसमें नियमित विद्यार्थियों के लिए 75 अंक का सैद्धांतिक पेपर होगा, जबकि 25 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेंगे। वहीं, स्वाध्यायी के लिए यह पेपर सिर्फ 75 अंक होगा। इन्हें 25 अंक अधिभार से दिए जाएंगे। उदाहरण के तौर पर किसी विद्यार्थी को 75 में से 60 अंक मिलते हैं, जबकि 100 अंकों में से रिजल्ट बनेगा, तो उन्हें 25 अंक का अधिभार देते हुए 80 अंक दिए जाएंगे। इससे स्वाध्यायी विद्यार्थी का सामाजिक विज्ञान का रिजल्ट बनाते हुए 100 में से 80 अंक दिए जाएंगे, जबकि उसने पेपर सिर्फ 75 अंक का हल किया है। इसके अलावा 25 अंक के लिए उसने अलग से कोई मेहनत नहीं की है।
दसवीं का रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मंडल ने दो साल पहले कई बदलाव किए थे। 80 व 20 अंक का पेपर था। साथ ही 2018 से बेस्ट आफ फाइव भी लागू है। इसके तहत अगर कोई विद्यार्थी छह विषयों में से पांच में पास हो जाता है तो छठवें विषय में उसे अपने आप पास कर दिया जाता है। बेस्ट आफ फाइव योजना इस बार भी लागू रहेगी। इसके अलावा 25 अंक विद्यार्थियों को स्कूलों द्वारा भेजे जाएंगे तो इससे भी विद्यार्थियों को अच्छे अंक मिल जाएंगे और रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ जाएगा।
अब दसवीं में 75 अंक का सैद्धांतिक और 25 का आंतरिक मूल्यांकन होगा। इसे नौवीं और दसवीं में लागू कर दिया जाएगा। बारहवीं में अभी कोई बदलाव नहीं होगा। – श्रीकांत बनोठ, सचिव, माशिमं।