ग्वालियर। विश्वविद्यालय ने कालेजों की स्नातक परीक्षाएं कराने की तैयारी शुरू कर दी है। स्नातक द्वितीय व तृतीय वर्ष की परीक्षाएं 26 मार्च से शुरू हो सकती हैं। जबकि प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू होंगी, क्योंकि प्रथम वर्ष की परीक्षा नई शिक्षा नीति के तहत होगी। इसलिए प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अप्रैल में कराई जाएंगी। कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुुए इस बार परीक्षा सेंटर दोगुने बनाए जाएंगे। साथ ही कालेज, स्कूल व पंचायत भवनों को सेंटर बनाया जाएगा। उन्हीं स्कूल व पंचायत भवनों को सेंटर बनाए जाएगा, जिनके पास फर्नीचर की व्यवस्था है। जिससे सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराया जा सके।
मंगलवार को उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने कुलपति, कुलसचिव से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की। जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी व कुलसचिव सुशील मंडेरिया ने परीक्षाओं के संबंध में जानकारी दी। किस तरह से परीक्षाएं कराई जाएंगी और अगला सत्र समय पर शुरू हो सके, उसको लेकर भी अपनी कार्ययोजना बताई। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक प्रो. डीएन गोस्वामी भी मौजूद थे। जेयू अपनी सभी परीक्षाएं कराकर 15 मई से 30 जून के बीच रिजल्ट भी घोषित कर देगा। जिससे अगला शिक्षण सत्र समय पर शुरू हो सके।
जानकारी के अनुसार बात दे कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए विद्यार्थियों को एक सीट छोड़कर बिठाया जाएगा। जिससे सेंटरों की संख्या बढ़ानी होगी। परीक्षा के दौरान 20 विद्यार्थियों पर एक वीक्षक की जरूरत होगी। ऐसे में वीक्षक भी ज्यादा तैनात करने होंगे। कालेजों में परिनियम 28 (17) के तहत नियुक्त शिक्षकों को वीक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा। स्कूल के शिक्षकों की भी इसमें मदद ली जाएगी। कितने विद्यार्थी परीक्षा देंगे, उसका डेटा इकट्ठा किया जा रहा है।
– स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षा फार्म भराए जाएंगे। स्नातक द्वितीय व तृतीय वर्ष के परीक्षा फार्म अगले सप्ताह से भरना शुरू हो सकते हैं।
– स्नातक प्रथम वर्ष के पेपर नई शिक्षा नीति के हिसाब से तैयार कराए गए हैं। 70 नंबर का थ्योरी का पेपर होगा और 30 नंबर का आंतरिक मूल्यांकन का। स्नातक द्वितीय व तृतीय वर्ष की परीक्षा पुरानी पद्धति के तहत कराई जाएगी।