भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा में नौ मार्च को पेश होने वाले मध्य प्रदेश सरकार के बजट पर जनता की नजर टिकी हुई है। जनता को उम्मीद है कि राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स (वैट) में छूट देकर राहत दे सकती है। क्योंकि नवंबर 2021 में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट में चार-चार प्रतिशत की छूट दिए जाने के बाद भी प्रदेश में एक लीटर पेट्रोल 107.23 रुपये और डीजल 90.87 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। पेट्रोल और डीजल पर जनता की बड़ी राशि खर्च होती है। इसलिए आमजन महंगाई के इस दौर में राहत चाहता है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी यह मांग उठाई है।
वह महंगाई पर नियंत्रण के लिए विधानसभा सत्र के दौरान सदन में भी मांग रखेगी। वहीं जनता भी लगातार महंगाई पर नियंत्रण की मांग कर रही है, जो पेट्रोल एवं डीजल के दाम कम किए बगैर संभव नहीं है। ज्ञात हो कि पेट्रोल-डीजल से ही प्रदेश में सबसे अधिक राजस्व आता है। इसलिए टैक्स में छूट देना सरकार के लिए भी आसान नहीं है, पर अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, उससे पहले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव भी होना है। जिसे देखने हुए उम्मीद की जा रही है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर छूट दे सकती है।
सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में जनवरी 2022 तक वैट से 12 हजार 877 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया है। इसमें बड़ी राशि पेट्रोल-डीजल से प्राप्त हुई है। पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में चार-चार प्रतिशत की छूट देने के बाद भी इस बार पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में 21 प्रतिशत ज्यादा राशि इकठ्ठी हुई है।
केंद्र सरकार ने नवंबर 2021 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी पांच रुपये और डीजल पर दस रुपये कम किए थे। तब प्रदेश में पेट्रोल के दाम 118.83 रुपये लीटर और डीजल के दाम 107.86 लीटर थे। इसके बाद राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स वैट में चार-चार प्रतिशत की राहत दी। जिससे प्रदेश में पेट्रोल के दाम 11.97 रुपये और डीजल के 16.95 रुपये प्रति लीटर कम हो गए थे।