भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार इंदौर को देश का सबसे साफ शहर बनाने के बाद अब उसे ‘सिग्नल-फ्री सिटी’ बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस योजना में ट्रैफिक प्रबंधन को स्मार्ट और प्रभावी बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग किया जाएगा। शहर में ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए फ्लाईओवर, बाईलेन और अंडरपास जैसी योजनाएं लागू की जाएंगी। AI तकनीक का उद्देश्य दुर्घटनाओं को कम करना और यात्रा के समय में कमी लाना है। अगर यह योजना सफल होती है, तो इंदौर न केवल स्मार्ट सिटी बनेगा, बल्कि नागरिकों के लिए ट्रैफिक व्यवस्था भी बेहतर होगी।
वास्तव में, एमपी सरकार इंदौर को ‘सिग्नल-फ्री’ बनाने की दिशा में काम कर रही है। इस योजना के तहत AI तकनीक का उपयोग करके ट्रैफिक को और स्मार्ट और कुशल तरीके से संचालित किया जाएगा, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस प्रक्रिया में फ्लाईओवर, बाईलेन, अंडरपास और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसे उपाय शामिल होंगे। एक अधिकारी ने रविवार को इस योजना के बारे में जानकारी दी।
अधिकारी के अनुसार, “यातायात प्रबंधन को और अधिक स्मार्ट और प्रभावी बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग इंदौर को ट्रैफिक सिग्नल मुक्त शहर बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके तहत फ्लाईओवर, बाईलेन, अंडरपास और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसे उपाय लागू किए जाएंगे।”
इसके साथ ही, विभाग ने राज्य के शहरी मार्गों पर 1,330 बसों के संचालन का भी उल्लेख किया। इसके अलावा, शहरी इलाकों में पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पीएम ई-बस सेवा के तहत 552 ई-बसें खरीदने का प्रस्ताव केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेजा गया है।