जयपुर। देश की सबसे कम उम्र की महिला सांसद संजना जाटव इन दिनों चर्चा में हैं, लेकिन इसके पीछे उनकी उम्र नहीं, बल्कि उनका परिवार है। सांसद बनने के बाद, संजना ने अपने पति कप्तान सिंह को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंप दी है। पुलिस कांस्टेबल कप्तान सिंह को संजना की सुरक्षा अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है, और यह नियुक्ति संजना की संस्तुति पर की गई है। संजना अपने राजनीतिक सफर में पति कप्तान सिंह को श्रेय देती हैं और अब उनकी सुरक्षा का जिम्मा भी उन्हें सौंपा है, जिससे यह कहानी देशभर में चर्चा का विषय बन गई है।
सांसद पत्नी की सुरक्षा में पति की तैनाती
संजना जाटव देश की पहली सांसद हैं, जिनकी सुरक्षा में उनके पति को तैनात किया गया है। 20 दिन पहले, सांसद की सिफारिश पर उनके पति कप्तान सिंह को निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) नियुक्त किया गया। इस निर्णय को अलवर के एसपी आनंद शर्मा ने अनुमोदित किया। संजना जाटव ने कांग्रेस से चुनाव जीतने के बाद, ज्यातिरादित्य सिंधिया का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे कम उम्र की सांसद बनने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
संजना जाटव ने अपने पति को PSO नियुक्त किए जाने के बाद कहा कि उनके पति उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं और अब वे ड्यूटी के दौरान भी उनके साथ रहेंगे। कप्तान सिंह ने इस नियुक्ति पर खुशी जताते हुए कहा कि उनकी पत्नी अब उनके साथ ज्यादा सहज महसूस करेंगी। उन्होंने एक महीने पहले सुरक्षा की अनुमति के लिए पुलिस विभाग से अनुरोध किया था, जिसे स्वीकृत कर दिया गया है।
18 साल की उम्र में विवाह
संजना जाटव, राजस्थान की सबसे कम उम्र की सांसद हैं। उनका विवाह 18 साल की उम्र में अलवर जिले के कठूमर निवासी कप्तान सिंह से हुआ था। संजना ने 2021 में अलवर के वार्ड नंबर 29 से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2023 में कठूमर विधानसभा चुनाव में हारने के बाद, उन्हें कांग्रेस ने भरतपुर लोकसभा सीट पर टिकट दिया। इस चुनाव में संजना ने 51 हजार वोटों से जीत हासिल कर कांग्रेस की उम्मीदों को पूरा किया।