लखनऊ: जनसंघ काल से भाजपा तक के सफर में अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह का 75 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। वह तीन बार के लोकसभा सदस्य रहने क साथ ही भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।
इसके अलावा वह भाजपा अनुशासन समिति के अध्यक्ष थे। वह पिछले दिनों बीमार हो गए थे जिसके कारण उनका गुरूग्राम के मेदान्ता अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्होंने देर रात्रि 11 बजे अंतिम सांस ली। अभी कुछ दिनों पहले ही उनकी पत्नी का भी निधन हुआ था।
सत्यदेव सिंह 1977 में पहली बार गोण्डा लोकसभा क्षेत्र से जनता पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए थे। इसके बाद 1991 और 1996 में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में बलरामपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे। वह 1980 से 1985 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। वह लाल बहादुर शास्त्री कालेज में प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष भी थे। भाजपा केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य भी थे।
सत्यदेव सिंह के पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं अटल विहारी वाजपेयी लाल कृष्ण आडवाणी और डाॅ मुरली मनोहर जोशी से बडे़ ही मधुर सम्बन्ध थे। उनके निधन पर पार्टी के नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सत्यदेव सिंह के पार्टी के लिए किए गए कार्यो को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने पार्टी की स्थापना से लेकर उसे सत्तातक पहुंचाने में अपनी विशेष भूमिका निभाई। वह एक प्रखर वक्ता और सांगठनिक क्षमता वाले कार्यकर्ता थे।