राशि। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को न्यायदाता ग्रह माना जाता है और यह कर्म के अनुसार फल देते हैं। यदि जातक के कर्म अच्छे होते हैं तो शनिदेव शुभ फल देते हैं। शनिदेव मकर से निकलकर स्वराशि कुंभ में 17 जनवरी 2023 को प्रवेश कर चुके हैं और इस पूरे वर्ष पर्यंत इसी राशि में बने रहेंगे। 30 जनवरी 2023 की प्रातः 12:02 से 6 मार्च रात्रि 11:36 तक वह अस्त अवस्था में रहेंगे। इसके बाद 17 जून 2023 को रात्रि 10:48 बजे से वह वक्री हो जाएंगे और 4 नवंबर 2023 को प्रातः काल 8:26 पर एक बार फिर से मार्गी अवस्था में आ जाएंगे। ऐसे में मकर राशि, कुंभ राशि और मीन राशि के जातकों को आर्थिक लाभ हो सकता है। आइए जानते हैं इन राशियों पर शनि के राशि परिवर्तन का कैसा असर दिखेगा
मकर राशि में शनि मकर राशि और दूसरे भाव के स्वामी होकर मकर राशि से दूसरे भाव में ही गोचर कर रहे हैं। पारिवारिक जीवन में थोड़ा तनाव रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी और बैंक बैलेंस बढ़ने लगेगा। संपत्ति के क्रय और विक्रय से भी उत्तम लाभ होने के योग बनेंगे। ससुराल पक्ष से भी अच्छे संबंध स्थापित कर पाएंगे। सामाजिक स्तर भी ऊंचा होगा। नौकरी में अच्छी स्थिति प्राप्त होगी।
कुंभ राशि में शनि बारहवें और प्रथम भाव के स्वामी होकर कुंभ राशि में ही गोचर करेंगे। ऐसे में कुंभ राशि वालों की शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण खत्म होकर दूसरे चरण की शुरुआत होगी। कुंभ राशि वालों के लिए करियर के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। विदेशी व्यापार करने में भी सफलता मिल सकती है। शारीरिक समस्या हो सकती है।
मीन राशि में शनि एकादश और बारहवें भाव के स्वामी होकर मीन राशि से द्वादश भाव में ही गोचर करेंगे। मीन राशि के लोगों की साढ़ेसाती के प्रथम चरण शुरू होगा। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का बहुत ध्यान देना होगा। पैरों में दर्द, एड़ियों में दर्द या फिर पैर में किसी तरह की चोट लगने की आशंका रहेगी। या मोच आने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आंखोंं से संबंधित परेशानी भी हो सकती है। विदेश जाना चाहते हैं तो उसके लिए सर्वोत्तम समय है।