भोपालः मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (Madhya Pradesh Public Service Commission) ने राज्य सेवा परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन पर 11 जनवरी से शुरू हो जाएंगे. आवेदन की अंतिम तारीख 10 फरवरी है. लेकिन उससे एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे बहुत सारे कैंडिडेट्स को बड़ा झटका लगा है. इसका बड़ा कारण उम्मीदवारों की आयु सीमा गणना है. इसका विरोध उम्मीदवारों की ओर से देखने को मिल रहा है|
दरअसल, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2020 के लिए आयु सीमा की गणना 1 जनवरी 2021 निर्धारित की है. अब इस निर्धारित तिथि से आयु की गणना होने से हजारों अभ्यर्थी परीक्षा में बैठने के लिए ओवरएज हो जाएंगे. ऐसे उम्मीदवारों का कहना है कि आयु सीमा 1 जनवरी 2020 के आधार पर होनी चाहिए. अभ्यर्थियों का कहना है कि एमपीपीएससी अपने कैलेंडर से नहीं बल्कि 1 वर्ष देरी से चल रहा है. जब भर्ती 2020 की है तो आयु गणना भी इसी वर्ष के आधार पर होनी चाहिए|
अगर एमपीपीएससी की ओर से निर्धारित 1 जनवरी 2020 के आधार पर आयु गणना हुई तो 2 जनवरी 1981 से पहले जन्मे कैंडिडेट परीक्षा नहीं दे सकेंगे. वहीं 2 जनवरी 1988 से पहले जन्मे कैंडिडेट वन क्षेत्रपाल के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे. इससे 4 साल से पीएससी परीक्षा का इंतजार कर रहे 10 से 15 हजार कैंडिडेट ओवरएज होंगे. पिछली एमपीपीएससी परीक्षा में आयु सीमा बढ़ाने से अभ्यर्थियों को आवेदन करने पर सुविधा मिली थी|
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 235 पदों पर नोटिफिकेशन जारी किया है. ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 11 जनवरी से शुरू होकर 10 फरवरी तक चलेगी. वहीं इस परीक्षा में ओबीसी पुराने नियमों के अनुसार 27% आरक्षण नियम लागू होंगे. नए नोटिफिकेशन के मुताबिक 1 जनवरी 2021 तक कैंडिडेट की उम्र कम से कम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए. वहीं वर्दीधारी पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 33 वर्ष निर्धारित की गई है |