सिवनी। सिवनी-नागपुर नेशनल हाईवे पर मंगलवार रात को एक बाघ का शव मिला है। वन अधिकारी बाघ की मौत तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से होने की आंशका जताई है। हालांकि मौत के कारणों की पुष्टि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।
जानकारी के अनुसार मंगलवार रात बटवानी गांव के पास नागपुर हाईवे पर एक मृत बाघ की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे, जिसके बाद वन विभाग के अमले को इसकी जानकारी मिली और वन कर्मी मौके पर पहुंचे। मृत बाघ को देखने के लिए घटनास्थल पर काफी भीड़ मौजूद थी। पुलिस व वन अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर कर शव को कब्जे में लिया। वन अधिकारी के अनुसार बाघ के शव को पेंच नेशनल पार्क में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां पशु चिकित्सकों द्वारा शव परीक्षण किया जाएगा
सिवनी वन विभाग के डिप्टी रेंजर हरवेंद्र बघेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बाघ को तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी जिससे उसकी मौत हो गई, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद ही सही कारण का पता चलेगा। बता दें मध्य प्रदेश में बीते 10 सालों में अब तक 254 से ज्यादा बाघों की मौत हो चुकी है। अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार, मध्य प्रदेश 526 बाघों का घर है, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे अधिक है। राज्य में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई देश के प्रमुख टाइगर रिजर्व हैं।