भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्रामीण आबादी को पेयजल की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण आबादी को नलजल योजनाओं के माध्यम से घर में नल से शुद्ध जल देना सुनिश्चित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में कोरोना काल के बावजूद मिशन के कार्यों की गति बनाए रखी गई जिससे अब तक 3401 ग्राम, 33,996 आंगनबाड़ी केंद्रों और 56,369 स्कूल में नल से जल पहुंचाया जा चुका है। ग्रामीण आबादी में 41 लाख 79 हजार 60 घरों में नल से जल की व्यवस्था की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि आगामी दो वर्ष में प्रदेश के सभी ग्रामों में घर-घर नल से जल पहुंचना शुरू हो जाए। इसके लिए सभी ग्रामों में जल स्रोत भी तलाशे जा रहे हैं। जिन ग्रामों में जल स्रोत नहीं हैं वहां नवीन जल स्रोत विकसित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रामीण आबादी विशेषकर महिलाओं को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए 15 अगस्त 2019 को जल मिशन की घोषणा की थी।
आज यह मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। अब महिलाओं को घर पर ही नल के माध्यम से पेयजल मिलने लगा है। इस मिशन के लिए केंद्र सरकार पर्याप्त मात्रा में आवंटन भी उपलब्ध करवा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मिशन में ग्रामीण आबादी के घरों सहित स्कूल एवं आंगनबाड़ियों में भी पेयजल के लिए नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। प्रत्येक ग्रामीण परिवार, आंगनबाड़ी और स्कूल में गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त जल की आपूर्ति सुनिश्चित करना लक्ष्य है। शेष रहे ग्रामीण परिवारों सहित आंगनबाड़ियों और स्कूलों में भी नल से जलापूर्ति के कार्य लगातार जारी हैं।